योगी सरकार ने जाति आधारित रैलियों और दस्तावेजों में जाति उल्लेख पर लगाई रोक, मंत्री ने उठाए सवाल !

लखनऊ - उत्तर प्रदेश | Uttar Pradesh: की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में जाति आधारित गतिविधियों को लेकर बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने हाल ही में जाति आधारित रैलियों, सार्वजनिक स्थानों और कानूनी दस्तावेजों में जाति का उल्लेख करने पर पूरी तरह से रोक लगाने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय इलाहाबाद हाईकोर्ट के ताजा निर्देशों के बाद लिया गया है।
हालांकि, इस फैसले पर योगी सरकार के ही मंत्री संजय निषाद ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जाति का उल्लेख सामाजिक न्याय और आरक्षण के लिए आवश्यक होता है, इसलिए इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। मंत्री ने सुझाव दिया कि सरकारी निर्णयों में जाति के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज करना समाज के कमजोर वर्गों के हित में नहीं होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सामाजिक समरसता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, लेकिन इसके कार्यान्वयन और वास्तविक प्रभाव पर कई तरह के सवाल भी उठ सकते हैं।
राज्य सरकार इस फैसले को लागू करने के लिए जल्द ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेगी और सभी विभागों को इसे पालन कराने का निर्देश दिया गया है।
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