इंदौर। इंदौर की रहने वाली और वर्तमान में स्विट्जरलैंड में रह रही पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने नगीना सीट से सांसद और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पर लगाए गए गंभीर यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर आत्महत्या की धमकी दी।
बुधवार दोपहर करीब 2 बजे से उन्होंने लगातार तीन पोस्ट किए। एक पोस्ट में चंद्रशेखर, उनकी पत्नी और बच्चे की तस्वीर साझा करते हुए लिखा—
“मेरा जीवन बर्बाद कर खुशियां मना रहा है। आज तेरे नाम पर जहर खाऊंगी। तूने मुझे खत्म कर दिया।”
पीएम मोदी और पीएमओ को टैग कर लिखा—“मेरी लाश भारत मत लाना”
डॉ. रोहिणी ने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ को भी टैग करते हुए लिखा—
“मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना। किसी ने मेरी नहीं सुनी। सब अपराधी का साथ देते रहे। भाजपा इसे बचा रही है। तुम सबको मेरा अंतिम अलविदा।”
उन्होंने आगे लिखा कि—“हमारे देश में पीड़िता को न्याय के लिए मरना पड़ता है। जब तक आत्महत्या का प्रयास नहीं करतीं, तब तक कोई नहीं सुनता।”
तीन महीने पहले लगाए थे यौन उत्पीड़न के आरोप
डॉ. रोहिणी ने करीब तीन महीने पहले सोशल मीडिया पर चंद्रशेखर आजाद पर यौन उत्पीड़न और अन्य गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने मामला दर्ज किया था। उस समय रोहिणी ने कहा था कि—“कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है। सच सामने आकर रहेगा। स्वाभिमान और सम्मान के लिए लड़ूंगी, पीछे नहीं हटूंगी।”
पुलिस और प्रशासन पर भी लगाए गंभीर आरोप
डॉ. रोहिणी का कहना है कि उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से कई बार मुलाकात की और सबूत सौंपे। एयरपोर्ट थाने ने भी जांच की, लेकिन उनके अनुसार चंद्रशेखर के प्रभाव में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने लिखा—
“मैं बहुत परेशान हो चुकी हूं। मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे पास जान देने के अलावा कोई चारा नहीं है।”
रोहिणी की पृष्ठभूमि
• डॉ. रोहिणी घावरी इंदौर के बीमा अस्पताल में काम करने वाली एक सफाईकर्मी की बेटी हैं।
• 2019 में वह उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड गई थीं।
• पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात चंद्रशेखर आजाद से हुई और दोनों करीब तीन साल तक रिलेशनशिप में रहे।
• बाद में रोहिणी ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
• वर्तमान में वह स्विट्जरलैंड में नौकरी कर रही हैं और साथ ही एक एनजीओ भी चला रही हैं।
मामले में अगला कदम
राष्ट्रीय महिला आयोग मामले को देख रहा है। इधर, डॉ. रोहिणी के लगातार गंभीर आरोपों और आत्महत्या की धमकी ने सियासी हलकों और सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। पुलिस और प्रशासन की चुप्पी भी अब सवालों के घेरे में है।
इस संबध में सांसद चंद्र शेखर आज़ाद से उनका पक्ष भी जानने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका ।