कभी ‘काला पानी’ कहलाने वाला बांसवाड़ा अब बनेगा ऊर्जा हब, प्रधानमंत्री रखेंगे परमाणु बिजलीघर की नींव

Rajasthan News: राजस्थान के आदिवासी बहुल जिले बांसवाड़ा में विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नापला गांव में लगभग 45 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले माही बांसवाड़ा परमाणु बिजलीघर परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इस परियोजना से बांसवाड़ा का भविष्य बदलने की उम्मीद है।
‘काला पानी’ की पहचान से ऊर्जा हब तक का सफर
माही बांध से आत्मनिर्भरता की राह
पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी की पहल पर बने माही बांध ने बांसवाड़ा को बिजली और सिंचाई दोनों में आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की मंजूरी मिलने के बाद यहां का कृषि परिदृश्य बदल गया। मानसून सीजन में माही पनबिजलीघर लाखों यूनिट बिजली पैदा करता है, जिससे किसानों और उद्योगों दोनों को फायदा हुआ है।
2800 मेगावाट क्षमता वाला बिजलीघर बनेगा गेम चेंजर
नई परियोजना में 750 मेगावाट क्षमता के चार रिएक्टर लगाए जाएंगे, जिससे कुल 2800 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। यह बिजलीघर 623 हेक्टेयर भूमि पर फैला होगा और इसके जरिए हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही रेलवे और हवाई संपर्क की राह भी आसान होगी, जिससे जिले को देश के औद्योगिक नक्शे पर नई पहचान मिलेगी।
पलायन रुकेगा, स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा
स्थायी रोजगार के अभाव में अब तक बांसवाड़ा के हजारों लोग गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मजदूरी करने जाते थे। लेकिन परमाणु बिजलीघर और इसके साथ आने वाले औद्योगिक अवसरों से स्थानीय स्तर पर रोज़गार बढ़ेगा और पलायन की समस्या काफी हद तक समाप्त होगी।
प्रधानमंत्री देंगे करोड़ों की सौगातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांसवाड़ा से कुल 1,22,670 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इसमें अकेले माही बांसवाड़ा परमाणु परियोजना की लागत 1,08,468 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 30,339 करोड़ रुपये के 48 अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण भी होगा। कार्यक्रम में 15 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे और प्रधानमंत्री ‘पीएम कुसुम योजना’ के लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे।