महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला: शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट भंग, जिला कलेक्टर को सौंपा प्रशासन

Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार ने शनि शिंगणापुर स्थित शनैश्वर मंदिर ट्रस्ट बोर्ड को भंग कर दिया है। मंदिर ट्रस्ट पर लंबे समय से धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे थे। आरोप है कि ट्रस्ट ने मंदिर का प्रबंधन ठीक से नहीं किया और श्रद्धालुओं से फर्जी ऐप के माध्यम से पैसे वसूले। इसके चलते सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ट्रस्ट बोर्ड को भंग करने का निर्णय लिया।
जिला कलेक्टर को सौंपा प्रशासन
“महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल”
शनि शिंगणापुर स्थित शनैश्वर मंदिर महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। हालाँकि, पिछले समय में मंदिर से कई शिकायतें भी मिली थीं। इन शिकायतों को लेकर सरकार ने जांच शुरू की थी।
सरकार ने पूरी की जांच, लिया फैसला
जांच पूरी होने के बाद राज्य सरकार ने ट्रस्ट भंग करने का फैसला किया। भक्तों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मंदिर के प्रशासन का जिम्मा जिला कलेक्टर को सौंपा गया। इसके अलावा, सरकार ने वित्तीय लेन-देन में सुधार और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।
भविष्य की योजना और प्रशासनिक सुधार
अब जिला कलेक्टर की देखरेख में मंदिर का प्रशासन चलेगा। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि अब भक्तों की सुविधा, मंदिर में पारदर्शिता और प्रशासनिक सुधार प्राथमिकता होगी। इस कदम से मंदिर के प्रशासनिक ढांचे में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।