शिमला में दो जगह आग का कहर, मंदिर और पुरानी इमारत जलकर राख
शिमला। जिला शिमला में आग की दो अलग-अलग घटनाओं में भारी नुकसान हुआ है। पहली घटना रामपुर क्षेत्र की है, जहां एक नव-निर्मित मंदिर आग से पूरी तरह नष्ट हो गया। जबकि दूसरी घटना में शिमला शहर के रिहायशी इलाके में एक पुरानी इमारत जलकर राख हो गई। दोनों ही मामलों में राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है।
पुलिस के अनुसार पहली घटना रविवार की शाम को रामपुर उपमंडल के नोगवैली क्षेत्र के बाहली गांव में हुई। यहां टेरू नरेल मंदिर में अचानक आग लग गई। लकड़ी और चादर की छत से बने इस मंदिर का निर्माण परशुराम मंदिर समिति द्वारा किया गया था। इस पर करीब 10 लाख रुपये की लागत आई थी। आग इतनी भीषण थी कि मंदिर के अंदर स्थापित देवता की मूर्ति पूरी तरह जलकर राख हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परशुराम मंदिर समिति के सदस्यों ने मौके का जायजा लिया। समिति के प्रधान खेल चंद नेगी ने बताया कि मंदिर हाल ही में बनाया गया था और इसमें श्रद्धालुओं की गहरी आस्था जुड़ी हुई थी।
समिति ने इस घटना को गंभीर बताते हुए पुलिस थाना रामपुर में एफआईआर दर्ज करवाई है और आगजनी की आशंका जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दूसरी घटना शिमला शहर के सदर थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह तड़के हुई। मच्छी वाली कोठी के समीप एक पुरानी इमारत में भीषण आग लग गई। इससे पूरा भवन जलकर राख हो गया। जानकारी अनुसार इस भवन का मालिक वर्तमान में दिल्ली में रहता है। आग लगने के समय मकान पूरी तरह खाली था। इससे किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग की खबर मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक इमारत को भारी नुकसान हो चुका था।
फिलहाल दोनों ही घटनाओं में आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें जांच में जुटी हुई हैं।
