मुजफ्फरनगर। बुधवार को कचहरी परिसर उस वक्त जंग का अखाड़ा बन गया जब एक पति ने अपनी पत्नी को मोबाइल पर बात करते हुए देखा और उसने मोबाइल छीनना चाहा तो इसी बीच तीसरे व्यक्ति ने आकर महिला के पति से मोबाइल छीन लिया। करीब 30 मिनट चले इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद मामला शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार महिला और उसके पति का काफी समय से विवाद चल रहा है। महिला ने अपने पति पर मुकदमा भी कायम कराया हुआ है। इसी मामले को लेकर उसका चंडीगढ़ निवासी पति बुधवार को कचहरी आया था, जहां उसने अपनी बीवी को किसी से मोबाइल पर बात अथवा चैटिंग करते हुए पाया, तो उसने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया।
चूंकि मोबाइल में कई राज दफन थे और पति उसे एविडेंस के रूप में प्रस्तुत कर सकता था, इस वजह से उससे मोबाइल छीनने की पुरजोर कोशिश की जा रही थी। हैरत इस बात की है कि पूरा ड्रामा करीब 30 मिनट तक चला और जिस जगह पर ये पूरा घटनाक्रम हुआ, वहां पर कई महिला और पुरूष होमगार्ड तैनात रहते हैं। मोबाइल छीनने की खींचतान में तीनों लोग फलों की चाट वाले ठेके के पास तक चले गए, लेकिन ना तो मौके पर मौजूद होमगार्ड ने उन्हें छुडाने की कोशिश की और ना ही भीड़ ने बीच-बचाव की कोशिश की।
पति-पत्नी का रिश्ता एक विश्वास की डोर पर टिका होता है। मगर आज के इस आधुनिक युग में यह डोर भी ‘वो’ के चक्कर में कमजोर होती जा रही है।
मंसूरपुर निवासी रवि ने बताया कि उसकी शादी करीब दो साल पहले प्रियंका के साथ हुई थी। रवि ने बताया कि वह ट्रक ड्राइवर है, जो काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहता है, इस बीच प्रियंका का किसी के साथ प्रेम प्रसंग चल गया। रवि ने बताया कि इस प्रेम प्रसंग के बारे में जानकारी होने के बाद कई बार समझाया गया। मगर सर पर प्यार का भूत सवार था किसी भी बात का कुछ असर नहीं हो पाया।
घर परिवार का मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंच गया, मगर इसका निष्कर्ष अभी तक नहीं निकल पाया। उन्होंने बताया कि जो मामला पहले था वह अभी तक ऐसे ही चलता आ रहा है, हां मगर कुछ बदल पाया है, तो वह यह है कि पहले आराम से घर परिवार के साथ रहते थे और अब कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं।
वही प्रियंका ने अपने पति एवं देवर पर मारपीट करने एवं दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। प्रियंका का कहना है कि देवर खाने में नशे की गोलियां देने के बाद उसके साथ में शारीरिक संबंध बनाता है। उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी पति को दी गई, मगर उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई, उल्टा पत्नी को ही डांट फटकार कर चुप करा दिया गया। कचहरी परिसर में यह घमासान करीब आधा घंटा चला।