मुज़फ्फरनगर/आगरा। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक ताजमहल परिसर में गंगाजल का छिड़काव करता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। युवक की पहचान मुज़फ्फरनगर जनपद के शाहबुद्दीनपुर गांव निवासी गौरव चौहान के रूप में हुई है, जो खुद को “करनी सेना भारत” का प्रदेश सचिव बताता है।
गौरव चौहान ने यह वीडियो 13 अप्रैल को ताजमहल में शूट किया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इससे एक दिन पहले यानी 12 अप्रैल को वह आगरा में आयोजित राजपूत समाज के प्रदर्शन में शामिल होने आया था।
वायरल वीडियो में गौरव चौहान ताजमहल परिसर में एक बोतल से कथित रूप से गंगाजल का छिड़काव करते हुए नजर आता है। वह इस दौरान ताजमहल के विभिन्न हिस्सों और कब्र पर भी जल छिड़कते दिख रहा है। वीडियो को लेकर सवाल यह उठ रहे हैं कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद वह जल की बोतल अंदर कैसे ले गया और यह वीडियो शूट कर कैसे वायरल कर सका?
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गौरव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि “ताजमहल असल में एक शिव मंदिर है, जिसे मुगलों ने हमारे मंदिरों को ध्वस्त करके महल का रूप दे दिया।” बताया कि, “मेरे मन में पहले से ही यह विचार था कि मैं वहां गंगाजल छिड़कूंगा। 12 तारीख को प्रदर्शन के बाद मैं रुक गया और 13 अप्रैल को मौका मिलते ही यह कार्य कर दिया।”
गौरव ने बताया कि “यदि मुझे इसके लिए सज़ा दी जाती है, तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगा। जैसे अयोध्या में राम मंदिर बना, वैसे ही ताजमहल में शिव मंदिर का पुनर्निर्माण होगा।”
गौरव ने बताया कि वह 2017 में सऊदी अरब गया था और वहां भी उसने कथित तौर पर मक्का-मदीना में “गंगाजल छिड़का था”। उसने कहा कि वह बिना किसी गाइड या योजना के वहां पहुंच गया था और पूछताछ के बाद उसे वापस भारत भेज दिया गया।
ताजमहल एक उच्च सुरक्षा वाला स्मारक है, जहां केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और निजी सुरक्षा एजेंसियां तैनात रहती हैं। फिर भी गौरव द्वारा जल की बोतल अंदर ले जाकर वीडियो बनाना सुरक्षा में बड़ी चूक को दर्शाता है।
वीडियो के साथ-साथ गौरव चौहान के बयान भी सामने आए हैं जिनमें उसने राजपूत, जाट, ब्राह्मण और अन्य जातियों को “सनातन परिवार” बताते हुए हिंसक और भड़काऊ भाषा का प्रयोग किया। गौरव ने अपने बयानों में एक सांसद के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा भी इस्तेमाल की और ‘जुबान काटने’, ‘टांग तोड़ने’ जैसी धमकीभरी बातें कही हैं, जो गंभीर चिंता का विषय हैं।