प्रयागराज। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बाेर्ड) परीक्षा में सख्ती के चलते दूसरे दिन शुक्रवार को 28 हजार बच्चे परीक्षा केंद्र नहीं पहुंचे।
इस बीच शुचितापूर्ण एवं नकल विहीन परीक्षा कराने की दिशा में बोर्ड ने एक और कदम उठाते हुये कंमाड एवं कंट्रोल रूम की भी निगहबानी शुरू कर दी है। बोर्ड सचिव ने अपने ही कक्ष में एक बड़ी स्क्रीन लगाकर कंट्रोल रूम पर नजर रखने की व्यवस्था कर दी है। मोबाइल फोन से भी 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
शुक्रवार को चार लाख 47 हजार परीक्षार्थियों को एक्जाम में सम्मिलित होना था लेकिन 28,513 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे। पहले दिन तीन लाख 33 हजार परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे थे। प्रथम पाली में हाईस्कूल पाली, अरबी, फारसी की परीक्षा 114 केंद्रों एवं इंटर में नागरिकशास्त्र की परीक्षा 7362 केंद्रों पर हुई जिसमें हाईस्कूल में 1003 तथा इंटर में 3,71,938 परीक्षार्थियों को सम्मिलित होना था। इसी प्रकार द्वितीय पाली हाईस्कूल में संगीत गायन 602 केंद्राें एवं इंटर की व्यावासायिक व कृषि वर्ग की परीक्षा 1812 केंद्रों पर हुई। इनमें हाईस्कूल में 10,695 तथा इंटर में 63,865 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्रथम पाली में 25,916 परीक्षार्थी तथा द्वितीय पाली 2,597 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पूरे प्रदेश में मात्र एक नकलची पकड़ा गया। छ्दम परीक्षार्थी भी नदारत रहे।
सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा व्यवस्था का लगातार अपडेट किया जा रहा है। सचिव कक्ष में पूरे प्रदेश के कंमाड एवं कंट्रोल रूम की निगरानी के लिए एक नया कंट्रोल रूम बना दिया गया है। यहां से सचिव एवं उनके अधीनस्थ अधिकारी भी नजर रखे हुए हैं। सचिव अपने मोबाइल से भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। सचिव ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम पर सीसीटीवी कैमरे से दृष्टि रखी जा रही है। गूगल मीट के माध्यम से जिलों के शिक्षाधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि लखनऊ कें कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से परीक्षा के दौरान एक टीम परीक्षा केंद्रों पर नजर रखे रही। जहां भी कुछ गड़बड़ी दिखी उस केंद्रों को चेतावनी भी दी जा रही है। बोर्ड की परीक्षा 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। तीन लाख से अधिक कक्ष निरीक्षक की तैनाती हुई है। सभी को क्यूआर कोड वाले आईकार्ड दिए गए हैं।
उत्तरपुस्तिका को भी क्यूआर कोर्ड के दायरे में लाया गया है। परीक्षा में नकल रोकने के लिए एसटीएफ, लोकल खुफिया विभाग एवं पुलिस भी सक्रिय है।