प्रयागराज। यूपी बोर्ड मुख्यालय में रविवार को काफी हलचल रही। शिक्षा निदेशक महेंद्र कुमार ने अधीनस्थ अफसरों के साथ बैठक करके परीक्षा व्यवस्था को परखा। उन्होंने कमांड रूप के माध्यम आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों की मॉनीटिरिंग का मुआयना भी किया। 75 जिलों के पर्यवेक्षकों से बात की। कई जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को हिदायत भी दी।
सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने भी सभी अधिकारियों को परीक्षा की शुचिता बनाए रखने का निर्देश दिया है। 27 फरवरी को हाईस्कूल में गणित का पेपर है, इस वजह से भी बोर्ड मुख्यालय से अफसरों को खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। स्ट्रॉन्ग रूम पर नजर रखने के साथ-साथ जिलों के उन केंद्रों पर भी नकेल कसने को कहा गया है, जहां गड़बड़ी की आशंका दिख रही हो। गणित के पेपर में पुलिस का हर तंत्र सक्रिय रहेगा। एसटीएफ ने भी परीक्षा को नकल विहीन कराने की कवायद की है। शासन भी अपने स्तर पर पूरे परीक्षा की मानीटरिंग कर रहा है। संवेदनशील जिलों प्रयागराज, कौशाम्बी, देवरिया, बलिया, अलीगढ़, मथुरा के परीक्षा केंद्रों को खास निगरानी में रखा गया है।
मंगलवार यानि 27 फरवरी को प्रथम पाली में हाईस्कूल में गणित का पेपर है। द्वितीय पाली इंटर में गृह विज्ञान का पेपर है। प्रथम पाली की परीक्षा को नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण तरीके से कराने के लिए आज दिन अफसर अपनी रणनीति को अपडेट करने में लगे रहे। गूगल मीट एवं मोबाइल के माध्यम से बोर्ड मुख्यालय में निदेशक महेंद्र कुमार ने सभी जिलों को दिशा निर्देश जारी किया। उन्होंने मैराथन मीटिंग करके सभी 75 जिलों के पर्यवेक्षक परीक्षा सम्बंधी व्यवस्था की जानकारी ली।
गौरतलब है कि अब तक प्रदेश भर में जिला विद्यालय निरीक्षकों ने 600 टीम गठित कर चार हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों की निगरानी की है। प्रदेश भर में कुल 8265 परीक्षा केंद्रों में हाईस्कूल के कुल 29,47,311 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारी पहले से ही हैं। सबको पत्र लिखकर भी दिशा निर्देश जारी किया गया है। पुलिस के अफसरों का भी सहयोग लिया गया है। खुफिया विभाग भी अपने स्तर से सक्रिय है। शासन स्तर से भी परीक्षा की मानिटरिंग की जा रही है।
–बच्चों के परीक्षा छोड़ने के मामले पर बोर्ड गम्भीर
हाईस्कूल एवं इंटर में साढ़े तीन लाख से अधिक परीक्षार्थियों के परीक्षा छोड़ने के मामले को यूपी बोर्ड ने गम्भीरता से लिया है। किसी पंजीकरण केंद्र से कितने बच्चों ने परीक्षा छोड़ी है इसका डाटा एकत्र कराया जा रहा है। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा समाप्त होने के बाद इस मामले की जांच कराई जाएगी। इसका कारण जानने के बाद कार्रवाई होगी।