बागपत में पुलिस परीक्षा में नकल, कोतवाल साहब का वीडियो वायरल, जिम्मेदारी की चयन प्रक्रिया पर सवाल!

बागपत। बागपत जिले में पुलिस विभाग के भीतर अनोखा नजारा देखने को मिला जब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी का पद पाने की होड़ में पुलिसकर्मियों की लिखित परीक्षा कराई गई। एसपी बागपत ने यह नई प्रक्रिया शुरू की, जिसमें दारोगा और इंस्पेक्टर को पूछे गए सवालों के माध्यम से उनका आईक्यू और बौद्धिक स्तर परखा गया।
यह कोई सरकारी आदेश नहीं था, बल्कि कप्तान साहब की सोच थी कि सही अधिकारी को ही महत्वपूर्ण पद मिले, ताकि कानून व्यवस्था बेहतर रह सके।
लेकिन इस परीक्षा में हैरान करने वाला दृश्य सामने आया जहाँ एक कोतवाल साहब नकल करते पकड़े गए। वीडियो में ये पुलिसकर्मी परीक्षा के दौरान पर्ची पर लिखे जवाब देखकर अपनी शीट भर रहे थे। सोशल मीडिया पर जब यह वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस महकमे की छवि धूमिल होने लगी। लोगों के बीच सवाल उठने लगे कि जब कानून की रक्षा करने वाले ही अनुशासन और ईमानदारी से पीछे हटेंगे, तो जनता का भरोसा कैसे कायम रहेगा?
पुलिस प्रमुख की इस पहल का उद्देश्य साफ था—पोस्टिंग में पारदर्शिता और क्षमता को प्राथमिकता देना। मगर जिस प्रकार परीक्षा में नकलबाज़ी हुई, उसने सारी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारों का मानना है कि पुलिस विभाग को ऐसी घटनाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। अगर पोस्टिंग के लिए परीक्षा ली जाती है, तो उसकी शुचिता बनाए रखने की जिम्मेदारी हर अधिकारी की है।