यूपी में शीतलहर और घने कोहरे से बढ़ी ठंड: 3 दिन में 100 गाड़ियाँ टकराईं, आज 4 हादसों में 11 घायल
लखनऊ/प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में शीतलहर और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में साफ दिखाई देने लगा है। सोमवार सुबह वाराणसी, बरेली, अयोध्या, जौनपुर, मेरठ, गोरखपुर समेत प्रदेश के करीब 20 शहर घने कोहरे की चादर में लिपटे रहे। आगरा में इस सीजन पहली बार ताजमहल घनी धुंध में छिप गया, जिससे पर्यटकों को 10 मीटर की दूरी से भी ताजमहल नजर नहीं आया।
सोमवार को हापुड़ में कोहरे के कारण हाईवे पर सात वाहन आपस में टकरा गए। बताया गया कि एक बस के अचानक ब्रेक लगाने से पीछे चल रही ईको कार उससे टकरा गई, जिसके बाद चार अन्य कारें और एक बाइक भी हादसे का शिकार हो गईं। इस दुर्घटना में पति-पत्नी और उनके बेटे को मामूली चोटें आईं।
मैनपुरी में कोहरे के कारण चार ट्रक आपस में भिड़ गए। ट्रक चालक धर्मवीर गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक का कहना है कि कोहरे के चलते सामने अचानक आए ट्रैक्टर को वह देख नहीं सका, जिससे ट्रक अनियंत्रित हो गया और पीछे से आ रहे अन्य ट्रक भी टकरा गए।
ग्रेटर नोएडा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर दो बड़े हादसे हुए। गलगोटिया यूनिवर्सिटी के पास 12 वाहन टकरा गए, जबकि दादोपुर गांव के पास आठ वाहन आपस में भिड़ गए। इन दोनों हादसों में कुल 10 लोग घायल हुए।
इधर, गाजियाबाद और नोएडा में वायु प्रदूषण भी गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार सुबह गाजियाबाद में AQI 463 दर्ज किया गया। हालात को देखते हुए गाजियाबाद में ग्रैप-4 लागू कर दिया गया है। इसके तहत सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। डीजल के बीएस-4 और पेट्रोल के बीएस-3 वाहनों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही कक्षा पांच तक के सभी बोर्ड के स्कूलों की पढ़ाई ऑनलाइन कर दी गई है।
रविवार को घने कोहरे के कारण आगरा और प्रयागराज में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई थी। अलीगढ़ में विजिबिलिटी 30 मीटर रही, जबकि वाराणसी, बलिया, सोनभद्र और मुरादाबाद में यह 50 मीटर तक दर्ज की गई।
लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह ने बताया कि आज से हवा का रुख बदल गया है और पछुआ हवाएं चल रही हैं। इसके प्रभाव से दिन और रात के तापमान में और गिरावट आएगी। हालांकि, आने वाले दिनों में कोहरे की तीव्रता में कुछ कमी आ सकती है।
