यूपी में सपा का प्रदर्शन: नीतीश-कमिशा और संजय निषाद के बयान के खिलाफ हंगामा, सुमैया राणा हाउस अरेस्ट
लखनऊ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हिजाब हटाने और मंत्री संजय निषाद के विवादित बयान को लेकर यूपी में हंगामा जारी है। गुरुवार को सपा ने लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
सुमैया ने कहा कि वे सड़कों पर उतरकर महिलाओं की आवाज बुलंद करेंगी और महिला विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देंगी। उनका यह भी कहना था कि जब तक नीतीश कुमार और संजय निषाद माफी नहीं मांगते, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
सुमैया ने मंगलवार को लखनऊ के हजरतगंज थाने में नीतीश कुमार और संजय निषाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि जिस देश में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है, वहां महिला का नकाब हटाना शर्मनाक है। संजय निषाद के बयान “सिर्फ नकाब ही तो हटाया है, कहीं और नहीं छुआ” से उनकी मानसिकता जाहिर होती है।
सुमैया ने वीडियो जारी कर बताया कि लगभग छह घंटे से पुलिस ने उन्हें बंधक बना रखा है। एक रिश्तेदारी में मृत्यु हुई, लेकिन अंतिम यात्रा में शामिल होने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी इस बारे में कोई जवाब नहीं दे रहे।
इससे पहले हजरतगंज चौराहे पर सपा महिला नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री संजय निषाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोनों से इस्तीफा मांगा। सपा नेता समयून खान और ममता चौधरी ने प्रदर्शनकारियों के साथ आरोप लगाया कि दोनों नेताओं ने महिलाओं का अपमान किया और महिला विरोधी मानसिकता को बढ़ावा दिया।
समयून खान ने कहा कि संजय निषाद का बयान केवल एक महिला का नहीं बल्कि पूरे समाज का अपमान है। ऐसे लोग मंत्री पद पर रहते हुए महिलाओं को न्याय और सम्मान कैसे देंगे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्यों की निंदा होनी चाहिए, लेकिन समर्थन देकर महिला अपराध और समाज में महिलाओं के प्रति नफरत बढ़ाई जा रही है।
