शीतकालीन सत्र : विधानसभा में कफ़ सिरप मामले को लेकर सपा का हंगामा..पोस्टर और होर्डिंग लेकर पहुंचे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सपा विधायक अतुल प्रधान हाथों में पोस्टर और होर्डिंग लेकर विधानसभा पहुंचे। हंगामे को विधानसभा अध्यक्ष ने शांत कराया जिसके बाद प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरु हो गयी। अतुल प्रधान के एक पोस्टर में कफ सिरप की तस्वीर के साथ सिपाही आलोक सिंह के घर की फोटो लगी थी। उन्होंने सवाल उठाया कि संबंधित मामले में बुलडोजर कार्रवाई कब की जाएगी। वहीं, एक अन्य पोस्टर में लैंड क्रूजर वाहन की तस्वीर दिखाते हुए उन्होंने पूछा कि कथित तौर पर माफिया से जुड़ी इस गाड़ी को कब जब्त किया जाएगा। इस पोस्टर के जरिए उन्होंने धनंजय सिंह पर निशाना साधा।
अतुल प्रधान अपने साथ सीटियां भी लेकर आए और लगातार सीटियां बजाईं। उन्होंने कहा कि यह विरोध पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की आवाज दबाए जाने के खिलाफ है और यह उसी घटना का प्रतीकात्मक विरोध है। उन्होंने एक तस्वीर दिखाते हुए दावा किया कि यह विभोर राणा की है, जिनके आवास पर हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा था और 100 करोड़ रुपये से अधिक के कथित अवैध लेन-देन का मामला सामने आया है।
अतुल प्रधान ने सवाल किया कि उक्त तस्वीर में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक क्यों दिखाई दे रहे हैं। इस बीच, कानपुर से सपा विधायक हसन रूमी कफ सिरप की बोतलें लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने कफ सिरप की बोतलें अपने गले में लटका रखी थीं। हसन रूमी ने कहा कि वह प्रतीकात्मक रूप से कफ सिरप विधानसभा लेकर आए हैं ताकि सरकार को इस मुद्दे पर जगाया जा सके। सपा विधायकों के इस प्रदर्शन के चलते विधानसभा परिसर में कुछ देर के लिए हंगामे के हालात बने रहे।
