आचार्य प्रमोद कृष्णम् का बड़ा बयान, संभल पर तालिबानियों की हुकूमत, सनातन को कमजोर करने की साजिश जारी

Sambhal News: संभल की शाही जामा मस्जिद और श्रीहरिहर मंदिर के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने अपनी 450 पन्नों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। तीन सदस्यीय आयोग ने 273 दिनों तक जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की। इसमें जनसंख्या अनुपात में आए बदलाव और हिंसा के पीछे की परिस्थितियों का विस्तार से उल्लेख किया गया है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम् का तीखा बयान
आजादी के बाद भी संभल पर तालिबानी हुकूमत
आचार्य ने कहा कि भारत को 1947 में आजादी मिली, लेकिन संभल की स्थिति आज भी भिन्न है। यहां ज्यादातर समय तथाकथित "तालिबानी समर्थकों" की हुकूमत रही। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां सनातन धर्म को कमजोर करने की साजिशें लगातार चलती रही हैं।
हिंदुओं की घटती आबादी पर जताई चिंता
हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने बताया कि आजादी के समय संभल नगर पालिका परिषद क्षेत्र में हिंदुओं की आबादी 45% थी और मुस्लिम आबादी 55% थी। लेकिन अब यह अनुपात पूरी तरह बदल चुका है। वर्तमान में हिंदुओं की संख्या घटकर 15% रह गई है, जबकि मुस्लिम आबादी बढ़कर 85% हो गई है।
2027 तक हिंदू आबादी और घट सकती है
आचार्य ने चेतावनी दी कि अगर 2027 में सरकार बदल गई, तो हिंदुओं की संख्या 5% से भी नीचे आ सकती है। उन्होंने कहा कि बचे हुए 15% हिंदू भी आज भयभीत होकर जी रहे हैं। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
हिंसा और जनसांख्यिकीय बदलाव पर रिपोर्ट
न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि संभल की जनसंख्या संरचना में बड़ा बदलाव आया है। आयोग ने न केवल हिंसा की परिस्थितियों का अध्ययन किया बल्कि यह भी बताया कि जनसंख्या में आए इस बदलाव ने धार्मिक और सामाजिक संतुलन को गहराई से प्रभावित किया है।