एसओजी का पूर्व मुखबिर बना फर्जी इंस्पेक्टर! पांच युवतियों से निकाह, अवैध वसूली, लाल-नीली बत्ती वाली कार
Fake police officer sambhal: संभल में पुलिस ने एक ऐसे ‘फर्जी सिपाही’ का भंडाफोड़ किया है जिसके कारनामों ने हर किसी को हैरान कर दिया। सलमान उर्फ मुबारक अली नाम का यह शख्स हूटर, लाल-नीली बत्ती और पुलिस की टोपी के साथ खाकी का ऐसा खेल खेल रहा था कि देखने वाला भी धोखा खा जाए। अवैध वसूली से लेकर पांच युवतियों से निकाह तक उसकी पूरी कहानी फिल्म जैसी लगती है, लेकिन यह पूरी तरह सच है। पुलिस ने शनिवार को उसे रंगे हाथों पकड़कर रविवार को चालान कर दिया।
एसओजी मुखबिर से ‘नकली सिपाही’ बनने का सफर
निकाह के नाम पर ठगी, पांच युवतियों का विश्वास तोड़ा
कहानी सिर्फ गुंडागर्दी और वसूली तक ही सीमित नहीं रही। सलमान ने शादी के नाम पर भी फरेब का जाल फैला रखा था। शहबाजपुर कला निवासी जमील की बेटी से उसने खुद को पुलिस का सिपाही बताकर निकाह किया। बाद में खुलासा हुआ कि यह तो केवल एक चेहरा था, इसके पीछे उसकी असली जिंदगी में चार और युवतियां थीं जिनसे वह पहले ही निकाह कर चुका था। पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि वह सभी को अलग-अलग स्थानों पर रखता और अपनी पहचान छुपाकर जिंदगी जीता था।
पिछले साल भी इसी जुर्म में जा चुका है जेल
सलमान के खिलाफ यह पहला मामला नहीं है। सितंबर 2024 में भी उसे संभल कोतवाली क्षेत्र में फर्जी सिपाही बनकर वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ ही समय बाद वह बाहर आ गया और फिर वही पुराना खेल शुरू कर दिया। लाल-नीली बत्ती वाली कार, हूटर की आवाज और टोपी को आगे रखकर वह असली पुलिस वालों जैसा रुतबा दिखाता रहा। मानो खाकी उसकी निजी ताकत हो।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कार सीज, टोपी बरामद
असमोली थाने की टीम ने शनिवार शाम उसे शहबाजपुर कला गांव में वसूली करते हुए दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि उसकी कार से यूपी पुलिस लिखी टोपी, लाल-नीली बत्ती और तेज हूटर बरामद हुए हैं। वाहन को सीज कर लिया गया है और आरोपित पर सख्त कार्रवाई की गई है। अधिकारी बता रहे हैं कि आरोपी की पूरी ‘कुंडली’ खंगाली जा रही है।
संभल में यह पहला मामला नहीं
साल 2025 में संभल में यह दूसरा बड़ा खुलासा है। छह नवंबर को चौधरी सराय पुलिस ने एक और फर्जी सिपाही विष्णु को कबाड़ व्यापारी से अवैध वसूली करते हुए पकड़ा था। उसके पास से टायगन जैसी फर्जी गन भी मिली थी, और उसने भी खुद को सिपाही बताकर अमरोहा की एक महिला सफाईकर्मी से प्रेम विवाह किया था। यानी पुलिस की नकल कर अपराध करने वाले लोगों का नेटवर्क क्षेत्र में सक्रिय रहा है।
पुलिस की निगरानी में आया पुराना मुखबिर
सीओ असमोली कुलदीप सिंह ने बताया कि सलमान पहले पांच-छह साल तक मुखबरी करता था, लेकिन बाद में पुलिस से उसका संपर्क टूट गया। अब जब उसके पांच निकाह, अवैध वसूली और फर्जी रुतबे का खेल सामने आया है, तो उसके पुराने संबंधों और गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि उसके अन्य सहयोगियों और छिपी गतिविधियों का भी खुलासा जल्द किया जा सकता है।
