मुजफ्फरनगर। राकेश टिकैत ने किसानों के मुद्दों पर जोर देते हुए बताया कि किसानों के हितों के लिए संयुक्त मोर्चे द्वारा एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें गन्ने के रेट बढ़ाने, बिजली बिल भुगतान और भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कार्रवाई की मांग की गई है। टिकैत ने बताया कि अगर सरकार इन मुद्दों को सुलझाने में विफल रहती है, तो किसान संगठनों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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उन्होंने पूरे देश में लागू करने के लिए एक बैठक में चर्चा की है, और इस प्रस्ताव का उद्देश्य सरकार पर दबाव डालकर किसानों के लिए सकारात्मक बदलाव लाना है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 17 तारीख को एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया जाएगा, जो करीब 15 वर्षों बाद हो रही है, और इसमें किसानों के सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
राकेश टिकैत ने बताया कि किसानों के मामलों को लेकर अधिकारियों की ओर से सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे किसान और अधिक परेशान हो रहे हैं। उन्होंने यह चेतावनी दी कि अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो किसान संगठन आंदोलन को और तेज करेंगे और सरकार को अपनी बात मानने पर मजबूर कर देंगे।