विश्वभर में नया साल अनोखे ढंग से मनाया जाता है। इसे मनाने की हर देश की अपनी एक अलग परंपरा है जिसके पीछे कुछ प्रतीक भी हैं। सभी देशों में नया साल एक उत्सव की तरह अलग-अलग अंदाज में अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। कोई नाच-गाकर तो कोई पूजा-अर्चना के साथ नए साल का स्वागत करता है।लोग नए साल का जश्न कई तरीकों से मनाते हैं। भारत समेत कई देशों में नए साल का जश्न 31 दिसंबर की शाम से शुरू हो जाता है और जो 1 जनवरी तक रहता है।
नए साल की शुरुआत शुभकामनाओं के सिलसिला के साथ शुरू होती है। विभिन्न देशों में नए साल का जश्न अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है और नव वर्ष का स्वागत करने के तौर-तरीके काफी विचित्रता एवं रोचकता लिए हुए हैं। स्पेन: स्पेन में नए वर्ष की रात को 12 बजे के बाद ताजे अंगूर खाने की परंपरा है। उनके अनुसार ऐसा करने से वे सालभर स्वस्थ रहते हैं। स्पेन और कुछ अन्य स्पैनिश भाषी देशों में, नए साल की पूर्व संध्या को नोचे विएजा के नाम से जाना जाता है । लोगों के लिए कम से कम 12 बजे तक घर पर रहना पारंपरिक है, और वे आधी रात के समय 12 अंगूर खाकर नए साल का जश्न मनाना पसंद करते हैं।
यह आने वाले वर्ष के लिए उनकी आशाओं और सपनों का प्रतीक है। यह बहुत स्वादिष्ट भी लगता है… देश भर के कई शहरों में बड़ी पार्टियाँ होती हैं, लेकिन सबसे प्रसिद्ध मैड्रिड में पुएर्ता डेल सोल है। चीन: चीन में 1 महीने पहले से ही नए साल की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। लोग अपने घरों में साफ-सफाई कर रंग-रोगन करवाते हैं। यहां नए वर्ष पर लाल रंग को बहुत शुभ माना जाता है इसलिए लोग इस दिन लाल रंग की ड्रेस पहनते हैं। चीन और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ अन्य देशों में, नया साल चंद्र कैलेंडर की शुरुआत में मनाया जाता है।
यह त्यौहार दो सप्ताह से अधिक समय तक चलता है, जो पारंपरिक लालटेन महोत्सव के साथ समाप्त होता है। क्योंकि दुनिया भर के कई देशों में बड़े चीनी और एशियाई समुदाय हैं, अधिकांश शहरों में किसी न किसी तरह का चीनी नव वर्ष समारोह होगा, इसलिए आपको मौज-मस्ती से चूकने की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। इटली: इटली में, नए साल की पूर्व संध्या को ला फेस्टा डि सैन सिल्वेस्ट्रो के नाम से जाना जाता है, यानी सेंट सिल्वेस्टर का पर्व। दुनिया भर के कई देशों की तरह, परिवार भोजन के लिए इकट्ठा होते हैं, जिसमें आमतौर पर सूअर का मांस और दाल शामिल होती है। भोजन के बाद, एक बड़ी पुरानी पार्टी के लिए सड़कों पर निकलने का समय है।
यदि आप इतने भाग्यशाली हैं कि आप रोम, मिलान या नेपल्स जैसे बड़े शहर में हैं, तो आप एक बड़े आतिशबाजी शो को देखने की उम्मीद कर सकते हैं। ओह और लाल अंडरवियर पहनना मत भूलना। इटली में कुछ लोगों का मानना है कि नए साल की पूर्व संध्या पर लाल अंडरवियर पहनना आपके लिए सौभाग्य ला सकता है। आप दिसंबर के बाज़ारों में बिक्री के लिए ढेर सारी चीज़ें देखेंगे। यूएसए: अमेरिका में, नए साल की पूर्वसंध्या बिल्कुल उसी तरह मनाई जाती है जैसे यहां ऑस्ट्रेलिया में मनाई जाती है। यानी, परिवार एक विशेष भोजन के लिए एकत्र होते हैं और जमकर आतिशबाजी होती है।
न्यूयॉर्क दुनिया के सबसे प्रसिद्ध नए साल के जश्न का घर है। हर साल, आधी रात के समय प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वायर बॉल (ऊपर चित्रित) को नीचे गिरते हुए देखने के लिए हजारों पार्टी-गोअर मैनहट्टन में इकट्ठा होते हैं। गेंद स्वयं वॉटरफोर्ड क्रिस्टल से बनी है, जो एक प्रकार का पैटर्न वाला ग्लास है, इसलिए आशा करते हैं कि कोई भी इसे कभी नहीं गिराएगा। ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया पूर्वी गोलार्ध के सुदूर इलाके में है, इसलिए हम नए साल का अनुभव करने वाले दुनिया के पहले स्थानों में से एक हैं। वास्तव में, यूके जैसे दुनिया भर के अन्य देशों में लोग अक्सर सिडनी हार्बर ब्रिज पर मौज-मस्ती करते लोगों की तस्वीरें देखते हैं। हर साल, पार्टी की एक थीम होती है।
ब्राज़ील: ब्राज़ील में नये साल के स्वागत के लिए अनोखी परंपरा है। नये साल के मौके पर यहां लोग खास तौर पर दाल पकाकर खाते हैं। दाल को धन दौलत का प्रतीक माना जाता है इसलिए यहां मान्यता है कि दाल खाई जाए तो नये साल में समृद्धि हासिल होती है। अफ्रीका: दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में मान्यता है कि नये साल के स्वागत में घर का गैर ज़रूरी सामान बाहर कर दिया जाता है, लेकिन इसे कबाड़ी को बेचना या फिर रीसेल करने जैसा सिस्टम नहीं है बल्कि अपनी खिड़कियों से लोग खास तौर से पुराना फर्नीचर बाहर फेंकते हैं।
इसके पीछे मान्यता यही है कि नये साल में नया सौभाग्य उन्हें हासिल हो।नव वर्ष के अवसर पर देशभर में रंगारंग कार्यक्रमों व परम्परागत नृत्यों का सिलसिला चलता है तथा नववर्ष के आगमन की खुशी में मछली का बना एक विशेष प्रकार का भोजन तथा चावल आपस में बांटने की परम्परा है। दक्षिण अमेरिका: दक्षिण अमेरिका के कुछ देशों में नये साल की पूर्व संध्या के मौके पर आप लोगों को सामान्य जगहों पर सूटकेस लिये हुए घूमते देख सकते हैं।
इसके पीछे लोग मानते हैं कि खाली सूटकेस लेकर वॉक करने का मतलब यह है कि आने वाला साल रोमांचों से भरा रहेगा। ब्रिटेन: ब्रिटेन में नव वर्ष के स्वागत के लिए मुख्य समारोह लंदन में आयोजित होता है। इस मौके पर देशभर में अनेक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। नववर्ष के आगमन पर देशवासी ईसा मसीह की याद में प्रार्थना सभाएं करते हैं और इसके बाद लोग अपने खास दोस्तों व परिवार के लोगों के साथ होटलों में जाकर नाचते-गाते हैं और शराब पीकर जश्न मनाते हैं।
यहां यह विचित्र परम्परा भी प्रचलित है कि परिवार का मुखिया इस दिन डाइनिंग टेबल पर एक गर्म पेय से भरा कटोरा रखता है, जिसमें से परिवार का हर सदस्य एक-एक चम्मच भरकर अपने मुंह में डालता है। जापान: जापान में नव वर्ष के स्वागत के लिए राजधानी टोक्यो में विशेष कार्यक्रम आयोजित होता है। खुशी के इस अवसर पर परम्परागत नृत्यों सहित अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं, जिनका सभी देशवासी लुत्फ उठाते हैं।
यहां नव वर्ष का उत्सव पांच दिन तक चलता है।नव वर्ष के अवसर पर लोग अपने घरों को बांस तथा चीड़ की लकडिय़ों से सजाते हैं तथा घर में तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं। इस दिन कमल की जड़ के साथ चावल के बने व्यंजन खाना शुभ माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि ऐसा करने से उनकी उम्र बढ़ती है। बर्मा में ‘तिजान’ नामक नववर्ष उत्सव तीन दिन तक चलता है। लोग भगवान बुद्ध की प्रतिमाओं पर सुगंधित जल का छिड़काव कर पूजा-अर्चना करते हैं और उसके बाद मिठाईयां बांटकर एक-दूसरे को नए साल की बधाई देते हैं।
जर्मनी: जर्मनी में नव वर्ष के स्वागत के लिए राजधानी बर्लिन में विशेष समारोह आयोजित होता है, जिसमें हर तरह के रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं और देशवासी परम्परागत नृत्यों का भी भरपूर आनंद लेते हैं। प्रचलित परम्परा के अनुसार नव वर्ष के मौके पर पिता अपनी पुत्रियों को एक हजार पिन या उनकी कीमत के बराबर कोई उपहार देता है।ऐसा करना यहां सुख-समृद्धि एवं सौभाग्य का सूचक माना जाता है। बेटियों को पिन भेंट करने की प्रथा के कारण ही इस मौके को यहां ‘पिनपिनी’ के नाम से भी जाना जाता है।
-संजय कुमार सुमन