Tuesday, January 21, 2025

डोनाल्ड ट्रम्प ने 47वें राष्ट्रपति पद की ली शपथ, बोले-अमेरिका के इतिहास का स्वर्णिम युग शुरू

वाशिंगटन – श्री डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अमेरिका प्रथम के नारे पर ज़ोर देते हुए एलान किया कि अमेरिका के इतिहास का स्वर्णिम युग शुरू हो गया है और उनका देश फिर से समृद्धि के शिखर पर पहुंचेगा।

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देश के 45वें राष्ट्रपति रह चुके श्री ट्रम्प ने मैक्सिको की सीमा पर आपातकाल लगाने की घोषणा की और मैक्सिको ड्रग कार्टेल को आतंकवादी संगठन घोषित किया जो अमेरिका में अपराध एवं आतंकवाद फैलाते हैं। उन्होंने घुसपैठ को रोकना और महंगाई को रोकना अपनी प्राथमिकता बतायी और तेल के उत्खनन को बढ़ावा देने का भी एलान किया। आयात निर्यात को संतुलित बनाने की भी घोषणा की। शुल्क लगाने के बारे में उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे को तैसा की तर्ज पर व्यवहार करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में कोई सेंसरशिप नहीं होगी और राजनीतिक विरोधियों को गैर कानूनी तरीकों से निशाना बनाने की प्रथा बंद होगी। देश में ऐसे समाज को बनाएंगे जो रंगभेद को दूर करके प्रतिभा को बढ़ावा दे।

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उन्होंने शपथ ग्रहण करने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू होता है। अमेरिका जल्द ही पहले से कहीं अधिक महान, मजबूत और कहीं अधिक असाधारण होगा। मैं इस विश्वास और आशा के साथ राष्ट्रपति पद पर लौटा हूं कि हम राष्ट्रीय सफलता के एक रोमांचक नए युग की शुरुआत में हैं। देश में परिवर्तन की लहर चल रही है। संपूर्ण विश्व पर सूर्य का प्रकाश बरस रहा है। और अमेरिका के पास इस अवसर का लाभ उठाने का ऐसा मौका है जैसा पहले कभी नहीं था, लेकिन सबसे पहले, हमें अपने सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति ईमानदार होना चाहिए। हालांकि वे काफी संख्या में हैं, वे इस महान गति से नष्ट हो जाएंगे जिसे दुनिया अब अमेरिका में देख रही है।”

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श्री ट्रम्प ने कहा, “इस दिन से, हमारा देश फलेगा-फूलेगा और दुनिया भर में फिर से सम्मानित होगा। हम हर देश से ईर्ष्या करेंगे और हम अब खुद का फायदा नहीं उठाने देंगे। ट्रम्प प्रशासन के हर एक दिन के दौरान, मैं बहुत सरलता से अमेरिका को पहले रखूंगा। हमारी संप्रभुता पुनः प्राप्त की जाएगी। न्याय के पैमाने को फिर से संतुलित किया जाएगा और न्याय विभाग और हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी ऐसा राष्ट्र बनाना होगा गौरवान्वित, समृद्ध और स्वतंत्र है।”

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अमेरिका के नये राष्ट्रपति ने कहा, “इस क्षण से, अमेरिका का पतन समाप्त हो गया है… मेरा हालिया चुनाव एक भयानक विश्वासघात और इतने सारे विश्वासघातों को पूरी तरह से उलटने और लोगों को उनका विश्वास, उनकी संपत्ति, उनका लोकतंत्र, और वास्तव में, उनकी स्वतंत्रता वापस देने का जनादेश है।”

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उन्होंने अपने पूर्ववर्ती जो बाइडेन के प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “आज हमारी सरकार विश्वास के संकट का सामना कर रही है। कई वर्षों से, एक कट्टरपंथी और भ्रष्ट प्रतिष्ठान ने हमारे नागरिकों से शक्ति और धन छीन लिया है, जबकि हमारे समाज के स्तंभ टूटे हुए और पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। अब हमारे पास एक ऐसी सरकार है जो प्रबंधन भी नहीं कर सकती है घर पर एक साधारण संकट, जबकि साथ ही विदेश में विनाशकारी घटनाओं की एक सतत सूची में ठोकर खाता है, यह हमारे शानदार, कानून का पालन करने वाले अमेरिकी नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहता है, लेकिन खतरनाक अपराधियों, जिनमें से कई जेलों और मानसिक संस्थानों से हैं, को आश्रय और सुरक्षा प्रदान करता है। अवैध रूप से प्रवेश किया है हमारे देश में दुनिया भर से एक ऐसी सरकार है जिसने विदेशी सीमाओं की रक्षा के लिए असीमित धन दिया है लेकिन अमेरिकी सीमाओं या, अधिक महत्वपूर्ण रूप से, अपने ही लोगों की रक्षा करने से इनकार कर दिया है।”

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उन्होंने कहा, “हाल ही में लॉस एंजिल्स, जहां हम आग को अभी भी दुखद रूप से जलते हुए देख रहे हैं। कई सप्ताह पहले से बिना किसी बचाव के संकेत के, वे घरों और समुदायों में भड़क रहे हैं, यहां तक कि कुछ सबसे धनी और सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों को भी प्रभावित कर रहे हैं हमारे देश में, जिनमें से कुछ अभी यहां बैठे हैं। उनके पास अब कोई घर नहीं है, यह दिलचस्प है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने दे सकते, हमारे पास एक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली है जो आपदा के समय में मदद नहीं करती है। फिर भी इस पर किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक पैसा खर्च किया जाता है दुनिया में और हमारे पास एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जो हमारे बच्चों को कई मामलों में खुद पर शर्म महसूस करना सिखाती है और प्यार के बावजूद हमारे देश से नफरत करना सिखाती है, यह सब आज से बदल जाएगा और यह बहुत तेजी से बदल जाएगा।”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “मुद्रास्फीति संकट बड़े पैमाने पर अधिक खर्च करने और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण हुआ था, और यही कारण है कि आज मैं राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की भी घोषणा करूंगा। हम ड्रिल, बेबी, ड्रिल करेंगे।” उन्होंने घुसपैठियों के बारे में नीतिगत जानकारी देते हुए कहा, “हम पकड़ने और छोड़ने की नीति को छोड़ देंगे। मैं अपने देश पर विनाशकारी आक्रमण को विफल करने के लिए दक्षिणी सीमा पर सेना भेजूंगा। आज मैंने जिन आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं, उनके तहत हम कार्टेल को विदेशी आतंकवादी संगठनों के रूप में भी नामित करेंगे।”

उन्होंने कहा, “आज मार्टिन लूथर किंग दिवस है और उनके सम्मान में, हम उनके सपने को साकार करने के लिए मिलकर प्रयास करेंगे। हम उनके सपने को साकार करेंगे। इस सप्ताह मैं उन सभी सेवा सदस्यों को पूरे वेतन के साथ बहाल करूंगा, जिन्हें वैक्सीन जनादेश पर आपत्ति जताने के लिए हमारी सेना से अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया गया था। और मैं हमारे योद्धाओं को ड्यूटी के दौरान कट्टरपंथी राजनीतिक सिद्धांतों और सामाजिक प्रयोगों के अधीन होने से रोकने के आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा। यह तुरंत समाप्त होने वाला है। हमारे सशस्त्र बल अमेरिका के दुश्मनों को हराने के अपने एकमात्र मिशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र होंगे।”

श्री ट्रम्प ने कहा, “आज, मैं ऐतिहासिक कार्यकारी आदेशों की एक श्रृंखला पर हस्ताक्षर करूंगा और इन कार्यों के साथ, हम अमेरिका की पूर्ण बहाली और सामान्य ज्ञान की क्रांति शुरू करेंगे। हम फिर से दुनिया की अब तक की सबसे मजबूत सेना का निर्माण करेंगे। हम अपनी सफलता को न केवल उन लड़ाइयों से मापेंगे जिन्हें हम जीतते हैं, बल्कि उन युद्धों से भी मापेंगे जिन्हें हमने समाप्त किया है और शायद उस युद्ध से भी जिसमें हम कभी नहीं उतरे।”

उन्होंने कहा, “हम मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करने जा रहे हैं…हम अपने शहरों में कानून और व्यवस्था वापस लाने जा रहे हैं। आज से, यह संयुक्त राज्य सरकार की आधिकारिक नीति होगी कि केवल दो लिंग, पुरुष और महिला हैं। इस सप्ताह, मैं सरकार को भी समाप्त कर दूंगा सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के हर पहलू में जाति और लिंग को शामिल करने की कोशिश की नीति। हम एक ऐसे समाज का निर्माण करेंगे जो रंग-अंध और योग्यता-आधारित हो। इस सप्ताह, मैं उन सभी सेवा सदस्यों को बहाल करूंगा, जिन्हें आपत्ति जताने के लिए हमारी सेना से अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया गया था पूर्ण रूप से कोविड वैक्सीन जनादेश बकाया वेतन, और मैं हमारे योद्धाओं को ड्यूटी के दौरान कट्टरपंथी राजनीतिक सिद्धांतों और सामाजिक प्रयोगों के अधीन होने से रोकने के लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा… हमारे सशस्त्र बलों को अमेरिका के दुश्मनों को हराने, अपने एकमात्र मिशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र किया जाएगा।”

उन्होंने कहा, “मेरी सबसे गौरवपूर्ण विरासत एक शांतिदूत और एकीकरणकर्ता की होगी। मैं एक शांतिदूत और एकीकरणकर्ता बनना चाहता हूं। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कल तक, मेरे पदभार संभालने से एक दिन पहले, मध्य पूर्व में बंधक वापस आ रहे हैं उनके परिवारों के लिए घर, अमेरिका पृथ्वी पर सबसे महान, सबसे शक्तिशाली, सबसे सम्मानित राष्ट्र के रूप में अपना उचित स्थान पुनः प्राप्त करेगा, जो पूरी दुनिया के लिए विस्मय और प्रशंसा को प्रेरित करेगा…।”

उन्होंने कहा, “मेरा मतलब है, इस बारे में सोचें, अमेरिका ने किसी भी परियोजना पर पहले से कहीं अधिक पैसा खर्च किया और पनामा नहर के निर्माण में 38 लोगों की जान गंवा दी। इस मूर्खतापूर्ण उपहार से हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया है जो कभी नहीं होना चाहिए किया गया है, और हमारे सौदे के उद्देश्य और हमारी संधि की भावना का उल्लंघन किया गया है, अमेरिकी जहाजों के साथ गंभीर व्यवहार किया जा रहा है और किसी भी तरह, आकार या रूप में उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है, और इसमें अमेरिका की नौसेना भी शामिल है। और सबसे बढ़कर, चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है और हमने इसे चीन को नहीं दिया, हमने इसे पनामा को दिया और हम इसे वापस ले रहे हैं।”

उन्होंने पुन: कहा कि अमेरिका का स्वर्णिम युग शुरू हो गया है। देश फिर से समृद्ध बनेगा। हमारा नारा होगा – अमेरिका प्रथम।

इससे पहले कैपिटल भवन के हॉल में देश विदेश के मेहमानों के साथ सभी पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बराक ओबामा, निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन और निवर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मौजूदगी में सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस ब्रेट कावानॉ ने श्री जेडी वैंस को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलायी। श्री वैंस की भारतीय मूल की पत्नी एवं उनकी बेटी भी इस मौके पर उनके बगल में खड़े थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने श्री डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलायी।

वाशिंगटन के समयानुसार सोमवार को दोपहर 12 बजे अमेरिकी कैपिटल भवन के अंदर आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में श्री ट्रम्प ने चुनिंदा सांसदों, विशिष्ट अतिथियों और परिवार के सदस्यों के समक्ष शपथ ली। खराब मौसम के कारण इस बार राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह को कैपिटल भवन के बाहर खुले में आयोजित करने की बजाय भवन के अंदर आयोजित किया गया। भारत की ओर से इस शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए।

श्री ट्रम्प एवं श्री वेंस के शपथ ग्रहण समारोह के लिए स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजे से ही तैयारी शुरू हो गयी है। सबसे पहले कैपिटल में सुरक्षा जांच शुरू हो गयी थी। उसके बाद आठ बजे वाशिंगटन शहर के सेंट जॉन एपिस्कोपल चर्च में सर्वसामान्य के लिए खुली, गैर-राजनीतिक प्रार्थनासभा हुई। उसके बाद, श्री डोनाल्ड और श्रीमती मेलानिया ट्रम्प निवर्तमान राष्ट्रपति बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के साथ चाय के लिए व्हाइट हाउस गये। परंपरागत रूप से, निवर्तमान राष्ट्रपति नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को कैपिटल तक ले जाते हैं।

लगभग 9:30 बजे कैपिटल में समारोह के लिए संगीत कार्यक्रम और प्रारंभिक भाषण दिये गये। श्री ट्रम्प के शपथ ग्रहण के पहले कैरी अंडरवुड की ‘अमेरिका द ब्यूटीफुल’ की सुमधुर प्रस्तुति भी हुई। सुबह करीब 10 बजे आधिकारिक मेहमानों का आना शुरू हो गया था। पूर्वाह्न 11:30 बजे विशेष रूप से आमंत्रित अतिथि पधारे।

कैपिटल में ठीक दोपहर 12 बजे संविधान में वर्णित प्रक्रिया अनुरूप सत्ता का हस्तांतरण शुरू हुआ और सबसे पहले श्री वैंस ने उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली और इसके बाद श्री ट्रम्प ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद श्री ट्रम्प ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया।

श्री ट्रम्प के भाषण के समाप्त होने के चंद मिनटों के बाद निवर्तमान राष्ट्रपति श्री बाइडेन और निवर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (जो राष्ट्रपति चुनाव में श्री ट्रम्प की प्रतिद्वन्द्वी थीं) की आधिकारिक विदाई और औपचारिक प्रस्थान हुआ।

इसके बाद राष्ट्रपति का हस्ताक्षर कक्ष समारोह आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति, अपने सहयोगियों और सांसदों के साथ, सीनेट कक्ष से बाहर राष्ट्रपति के कक्ष में जाएंगे और नामांकन, ज्ञापन, उद्घोषणा एवं कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे।

इसके बाद कैपिटल के संविधान हॉल में संसद की संयुक्त समिति द्वारा आयोजित दोपहर के भोज में राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति और उनके देशी विदेशी मेहमान, सीनेट नेता और संयुक्त समिति के सदस्य शामिल होंगे।

दोपहर के भोजन के बाद, नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, कैपिटल के पूर्वी छोर पर राष्ट्रपति की संयुक्त सैन्य टुकड़ियों की सलामी लेने के लिए जाएंगे।

अपराह्न तीन बजे राष्ट्रपति परेड शुरू होगी। पहले इस परेड को पेंसिल्वेनिया एवेन्यू से शुरू करके व्हाइट हाउस तक जाना था, लेकिन ठंड के मौसम के कारण जुलूस को कैपिटल वन एरिना के अंदर ले जाया जाएगा। परेड में औपचारिक सैन्य रेजिमेंट, नागरिकों के समूह, मार्चिंग बैंड और झांकियां शामिल होती हैं।

इसके बाद, श्री ट्रम्प ओवल ऑफिस हस्ताक्षर समारोह के लिए व्हाइट हाउस जाएंगे जहां पर औपचारिक रूप से कार्यभार संभालने की उद्घोषणा पर हस्ताक्षर करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के अंतिम चरण में श्री टम्प तीन अलग-अलग सरकारी बैठकों -कमांडर इन चीफ बॉल, लिबर्टी उद्घाटन बॉल और स्टारलाइट बॉल में भाग लेंगे और संक्षिप्त उद्बोधन देंगे।

उल्लेखनीय है कि नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी को कांग्रेस के दोनों सदनों सीनेट एवं हाउस आफ रिप्रेन्टेटिव्स में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में चार वर्ष बाद धमाकेदार वापसी करने वाले श्री ट्रम्प ने शपथ ग्रहण समारोह की पूर्व संध्या पर रविवार को वाशिंगटन में कैपिटल वन एरिना में अपने हज़ारों समर्थकों की एक जोशीली रैली को संबोधित किया था। इस रैली में श्री ट्रम्प ने अपनी सरकार के शुरुआती कामकाजी फैसलों एवं आदेशों के बारे में भी बताया।

श्री ट्रम्प ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन कार्यकारी आदेशों के बारे में उल्लेख किया, जिस पर वह शपथ लेने के तुरंत बाद हस्ताक्षर करने की योजना थी और उन्होंनेे कहा कि इन कार्यकारी आदेशों के जारी होने से उनके प्रशंसकों को ‘बेहद खुशी’ होगी। श्री ट्रम्प ने पांच नवंबर को चुनावी जीत के बाद एक पत्रिका में साक्षात्कार में, 06 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल पर हुए हमले में उनकी भूमिका के लिए दोषी ठहराए गए लोगों को ‘माफी देने’ का वादा किया था। अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार श्री ट्रम्प के शपथ ग्रहण करने के बाद 100 से अधिक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है।

श्री ट्रम्प ने रविवार को अपनी विजय रैली में अपने समर्थकों से कहा था, “कल दोपहर में अमेरिकी पतन चार लंबे वर्षों के बाद रूक जायेगा और हम अमेरिकी ताकत और समृद्धि, गरिमा और गौरव का एक नया अध्याय शुरू करेंगे। जब मैं पद की शपथ लूंगा, उसके कुछ घंटों के भीतर निवर्तमान बिडेन प्रशासन का हर ‘कट्टरपंथी’ और ‘मूर्खतापूर्ण’ कार्यकारी आदेश निरस्त कर दिया जाएगा।” उन्होंने कहा था कि वह जिन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं, उनमें सीमा सुरक्षा, ऊर्जा, संघीय सरकार के खर्च, लघु वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक और डीईआई (विविधता, समानता और समावेशन) कार्यक्रम जैसे क्षेत्र शामिल होंगे।

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