नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि जब से भाजपा की सरकार आई है, विधानसभा परिसर में आप के चुने हुए विधायकों को घुसने नहीं दिया जा रहा है, जो लोकतंत्र की हत्या और तानाशाही की मिसाल है। आप नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने विधानसभा परिसर के बाहर तैनात होकर आप के विधायकों को अंदर जाने से रोक दिया।
उनका कहना है कि पुलिस के पास इस कार्रवाई का कोई वैध आदेश नहीं था, फिर भी पुलिस ने इस फैसले को लागू किया। आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, “दिल्ली में भाजपा सरकार आते ही तानाशाही की शुरुआत हो गई है। चुने हुए विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।” वहीं, “आप” के अन्य नेता संजीव झा ने भी इस मुद्दे पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि स्पीकर के आदेश पर विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोका गया है। यह हमारे विशेषाधिकार का उल्लंघन है और स्पीकर इस मामले पर बात करने को भी तैयार नहीं हैं।” ”
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आप” का आरोप है कि स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आदेश जारी किया है कि “आप” के विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोका जाए, जबकि यह कदम लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसके अलावा, “आप” विधायक विधानसभा में बाबासाहेब के नारे लगाने पर तीन दिन के लिए निलंबित किए गए थे। अब, विधायकों को भवन में प्रवेश तक नहीं करने दिया जा रहा है। आप का कहना है कि यह घटना दिल्ली विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुई है, और “आप” इसे तानाशाही का प्रतीक मान रही है। “आप” नेताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र की हत्या करती हैं और देश के लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर करती हैं।