सरसों की फसल पर पत्ती खाने वाली इल्ली का हमला समय रहते अपनाएं ये उपाय वरना होगा भारी नुकसान
सरसों की खेती इस समय बढ़वार के अहम दौर में है खेतों में पौधे तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन इसी के साथ एक गंभीर समस्या भी सामने आ रही है पत्ती खाने वाली इल्ली का प्रकोप कई इलाकों में देखा जा रहा है यह कीट सरसों की हरी पत्तियों को तेजी से नुकसान पहुंचाता है जिससे फसल कमजोर होने लगती है और उत्पादन पर सीधा असर पड़ता है यदि समय रहते इस समस्या को नहीं संभाला गया तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है
कैसे पहचानें पत्ती खाने वाली इल्ली का शुरुआती हमला
क्यों ठंड की शुरुआत में बढ़ जाता है प्रकोप
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार ठंड के मौसम की शुरुआत में जब खेतों में नमी अधिक रहती है तब यह कीट तेजी से सक्रिय हो जाता है यही कारण है कि इस समय खेतों की नियमित निगरानी बेहद जरूरी हो जाती है अगर किसान शुरू में ही इस कीट को पकड़ लें तो नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता है
नियमित निगरानी से बड़ी परेशानी टल सकती है
खेती में सबसे आसान और असरदार तरीका है खेत का नियमित निरीक्षण सप्ताह में कम से कम दो बार पत्तियों को ध्यान से देखना चाहिए यदि कहीं छेद जाल या इल्ली दिखाई दे तो तुरंत कदम उठाना चाहिए शुरुआती अवस्था में हाथ से इल्ली को चुनकर नष्ट करना छोटे और मध्यम खेतों में काफी कारगर साबित होता है
फेरोमोन ट्रैप से प्रजनन चक्र तोड़ें
इल्ली के नियंत्रण के लिए फेरोमोन ट्रैप एक सरल और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है प्रति एकड़ कुछ फेरोमोन ट्रैप लगाने से नर कीट आकर्षित होते हैं और उनकी संख्या कम होने लगती है इससे इल्ली का प्रजनन चक्र टूटता है और प्रकोप धीरे धीरे नियंत्रित हो जाता है यह तरीका रसायन मुक्त होने के कारण मिट्टी और फसल दोनों के लिए सुरक्षित रहता है
नीम तेल का छिड़काव देगा प्राकृतिक सुरक्षा
नीम तेल का उपयोग भी पत्ती खाने वाली इल्ली के खिलाफ प्रभावी माना जाता है सही मात्रा में नीम तेल को पानी में घोलकर छिड़काव करने से इल्ली पर अच्छा नियंत्रण पाया जा सकता है नीम का घोल न केवल कीट को कमजोर करता है बल्कि उसकी खाने की क्षमता भी घटा देता है जिससे फसल को होने वाला नुकसान रुक जाता है
संतुलित खाद से पौधों को बनाएं मजबूत
अधिक नाइट्रोजन देने से पौधे बहुत कोमल हो जाते हैं जो इल्लियों को जल्दी आकर्षित करते हैं इसलिए खाद का संतुलित उपयोग बेहद जरूरी है सल्फर जैसी पोषक तत्वों का सही मात्रा में प्रयोग करने से पौधे मजबूत बनते हैं और कीटों का असर कम होता है मजबूत पौधे ही अच्छी पैदावार की नींव रखते हैं
अधिक प्रकोप में विशेषज्ञ सलाह है जरूरी
अगर पत्ती खाने वाली इल्ली का प्रकोप बहुत ज्यादा हो जाए तो बिना सलाह के किसी भी दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए ऐसे समय में कृषि विशेषज्ञ की अनुशंसा के अनुसार ही कीटनाशक का सही समय और सही मात्रा में छिड़काव करना चाहिए इससे फसल सुरक्षित रहती है और उत्पादन में भी सुधार देखने को मिलता है
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है फसल में किसी भी दवा या उपाय को अपनाने से पहले नजदीकी कृषि विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें
