अमेरिका ने अपनी कंपनियों पर कार्रवाई करने की स्थिति में ईयू पर जवाबी कार्रवाई की दी धमकी
न्यूयॉर्क। अमेरिका ने यूरोपीय संघ (ईयू) को धमकी दी कि यदि ईयू अमेरिकी डिजिटल सेवा प्रदाता कंपनियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करता है, तो अमेरिका भी जवाबी कार्रवाई करेगा। यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (यूएसटीआर) के कार्यालय ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यदि ईयू और उसके सदस्य देश भेदभावपूर्ण माध्यमों से अमेरिकी सेवा प्रदाताओं को प्रतिबंधित करने, सीमित करने और रोकने पर अड़े रहते हैं, तो अमेरिका के पास इन अनुचित उपायों का मुकाबला करने के लिए उसके पास मौजूद हर उपकरण का उपयोग शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।"
यूएसटीआर के अनुसार, संभावित जवाबी कार्रवाई में शुल्क का आकलन करना या विदेशी सेवाओं पर प्रतिबंध लगाना शामिल हो सकता है। एजेंसी ने यह भी चेतावनी दी कि वह उन अन्य देशों के प्रति भी इसी तरह का दृष्टिकोण अपना सकती है जो इस क्षेत्र में ईयू की तरह नियम अपना रहे हैं। यूएसटीआर ने आरोप लगाया कि ईयू और कुछ सदस्य देशों ने अमेरिकी सेवा प्रदाताओं को निशाना बनाते हुए भेदभावपूर्ण और परेशान करने वाले मुकदमों, करों (टैक्स), जुर्मानों और निर्देशों का एक निरंतर सिलसिला चलाया है। यूएसटीआर ने कहा, "अमेरिका वर्षों से ईयू के साथ इन मामलों पर चिंता जताता रहा है लेकिन ईयू की ओर से न तो कोई सार्थक भागीदारी हुई और न ही अमेरिकी चिंताओं को बुनियादी तौर पर स्वीकार किया गया।"
यूएसटीआर ने यह भी कहा कि ईयू के सेवा प्रदाता दशकों से अमेरिका में स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं और अमेरिकी बाजार और उपभोक्ताओं तक पहुंच का लाभ उठा रहे हैं। एजेंसी ने कई यूरोपीय तकनीकी दिग्गजों के नाम भी गिनाए जिनकी अमेरिका में व्यापक उपस्थिति है। यह हालिया टिप्पणियां ईयू के कड़े होते तकनीकी नियमों और अमेरिकी 'टेक' दिग्गजों को निशाना बनाने वाले मुकदमों पर अमेरिकी अधिकारियों के बीच बढ़ती निराशा को दर्शाती हैं। यूरोपीय आयोग ने हाल ही में अमेरिकी 'टेक' दिग्गज गूगल और मेटा के खिलाफ दो अविश्वास जांच शुरू किये हैं और एलन मस्क की कंपनी 'एक्स' पर 'डिजिटल सर्विसेज एक्ट' के तहत नियमों का पालन नही करने के कारण 12 करोड़ यूरो (लगभग 14 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का भी जुर्माना लगाया है।
