आतंकवाद से लहूलुहान भारत और फिर भी पाकिस्तान से क्रिकेट? — ओवैसी का वार

नई दिल्ली। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि वह भारतीय नागरिकों की जान को ज्यादा महत्व देती है या पाकिस्तान से होने वाले आर्थिक फायदे को।
ओवैसी ने कहा, “26 भारतीयों की जान ज्यादा कीमती है या पैसा? एक तरफ आप पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की बात करते हैं, ऑपरेशन सिंदूर जैसे उदाहरण सामने आते हैं, जिनमें देश आतंकवादी हमलों से लहूलुहान हुआ। दूसरी तरफ आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलते हैं। यह कैसी नीति है?”
ओवैसी ने आगे कहा कि पाकिस्तान से क्रिकेट खेलने से पहले सरकार को देश की सुरक्षा और शहीदों के बलिदान का ख्याल रखना चाहिए। उनका कहना था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता और भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, तब तक उसके साथ क्रिकेट या किसी भी खेल आयोजन को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए।
इस बयान के बाद राजनीति और गरमा गई है। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं, जबकि बीजेपी और उसके समर्थक दलों ने कहा है कि खेल और राजनीति को अलग रखना चाहिए। वहीं, क्रिकेट प्रशंसकों के बीच भी इस मुद्दे पर गहन बहस छिड़ गई है।
भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर ओवैसी का यह बयान सरकार और विपक्ष के बीच नई बहस का कारण बन गया है। सवाल यह है कि क्या खेल को राजनीति से अलग रखा जाए या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और शहीदों की शहादत को ध्यान में रखकर पाकिस्तान के साथ संबंधों पर सख्ती बरती जाए।