राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने EEPC इंडिया के प्लेटिनम जुबली समारोह का किया शुभारंभ

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (EEPC) इंडिया के प्लेटिनम जुबली समारोह का भव्य आयोजन किया गया। यह समारोह भारत के इंजीनियरिंग निर्यात क्षेत्र की 75 साल की यात्रा और उसकी उपलब्धियों का उत्सव था।
इस अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने EEPC इंडिया द्वारा प्रकाशित एक विशेष पुस्तक का विमोचन किया, जिसमें भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात क्षेत्र के विकास, चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज के समय में यह बेहद महत्वपूर्ण है कि देश उपलब्ध संसाधनों और नवाचारों का बेहतर उपयोग करते हुए व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों को अवसर में बदले। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दशकों में भारत के इंजीनियरिंग विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र की दिशा और दशा को बदल दिया है। यह प्रक्रिया लगातार जारी रहनी चाहिए, ताकि देश की आर्थिक संरचनाओं को राष्ट्रीय प्राथमिकता के भाव के साथ मज़बूत किया जा सके।”
राष्ट्रपति ने भारतीय इंजीनियरिंग उद्योग और निर्यातकों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने वैश्विक बाज़ार में भारत की मजबूत पहचान बनाई है और आज भारत दुनिया के कई देशों को उच्च गुणवत्ता वाले इंजीनियरिंग उत्पाद उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने यह भी ज़ोर दिया कि भारत को तकनीकी नवाचार, अनुसंधान और वैश्विक मांग के अनुरूप उत्पादों के विकास पर ध्यान देना होगा, ताकि भारत का इंजीनियरिंग निर्यात क्षेत्र आने वाले समय में और अधिक प्रतिस्पर्धी बन सके।
कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के युवा इंजीनियरों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं से आह्वान किया कि वे भारत को वैश्विक इंजीनियरिंग हब बनाने के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएं और नवाचार, गुणवत्ता और स्थायी विकास के रास्ते पर आगे बढ़ें।