RBI का बड़ा फैसला: अब सभी बैंकों में सेविंग्स अकाउंट पर ₹1 लाख तक मिलेगा समान ब्याज!
नई दिल्ली। देश के लाखों बचत खाताधारकों के लिए RBI ने नया नियम लागू किया है, जिससे अब बैंक चुनने की उलझन काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
RBI का नया नियम
- अब सभी कमर्शियल बैंक (SBI, Canara Bank, PNB, HDFC, ICICI और अन्य) को बाध्य किया गया है कि 1 लाख रुपये तक की जमा राशि पर समान ब्याज दर दें।
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पहले हर बैंक अपनी-अपनी दरें तय करता था, जिससे खाताधारकों में कन्फ्यूजन रहता था।
खाताधारकों को फायदा
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बैंक बदलने पर ब्याज में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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बैंक चुनना अब सिर्फ सुविधा और सेवा के आधार पर आसान होगा।
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ब्याज में भेद खत्म होने से पारदर्शिता बढ़ेगी।
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छोटे खाताधारकों के लिए यह कदम विशेष राहत जैसा है।
1 लाख से अधिक रकम पर ब्याज
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यह नियम केवल 1 लाख तक लागू है।
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1 लाख से ऊपर की राशि पर ब्याज पहले की तरह बैंक अपनी तय दरों पर देगा।
ब्याज की गणना और जमा
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डेली एंड-ऑफ-डे बैलेंस के आधार पर ब्याज जुड़ेगा।
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सभी बैंकों को हर तीन महीने में कम से कम एक बार ब्याज जमा करना अनिवार्य है।
RBI का मकसद
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बचत खाते की ब्याज दरें सरल और समझने योग्य बनाना।
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ग्राहकों में भ्रम और कन्फ्यूजन कम करना।
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बैंकिंग सिस्टम को ज्यादा पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना।
इस बदलाव से छोटे बचत खाताधारकों को सीधे लाभ मिलेगा और बैंकिंग निर्णय आसान होंगे।
