संचार साथी ऐप से जासूसी (स्नूपिंग) संभव नहीं, पीएम मोदी की सरकार सुरक्षा पर नियंत्रण देने को प्रतिबद्ध: ज्योतिरादित्य सिंधिया
नई दिल्ली। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि संचार साथी ऐप से न ही स्नूपिंग संभव है और न ही भविष्य में ऐसा कभी संभव हो सकेगा क्योंकि पीएम मोदी की सरकार जनता को उनकी सुरक्षा पर पूरा नियंत्रण और अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध बनी हुई है।
ऐसे में इस प्लेटफॉर्म की सफलता का श्रेय जनता को ही जाता है। क्योंकि जनभागीदारी के आधार पर ही प्लेटफॉर्म आगे बढ़ पाया है। उन्होंने कहा, "इस ऐप और पोर्टल के आधार पर भारत भर में फ्रॉड से जुड़े 1.5 करोड़ मोबाइल कनेक्शन को डिसकनेक्ट किया गया है, क्योंकि इन मोबाइल कनेक्शन को लेकर जनता ने शिकायत दर्ज की थी। इसके अलावा, करीब 26 लाख चुराए हुए हैंडसेट को ट्रेस किया गया है। 7 लाख चुराए हुए हैंडसेट को ऑरिजनल यूजर्स को वापस लौटाए गए हैं। 41 लाख मोबाइल कनेक्शन डिसकनेक्ट किए गए हैं, 6 लाख फ्रॉड को ब्लॉक किया गया है।
इसी के आधार पर हमारी यह कोशिश रही कि हम हर एक नागरिक को यह प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाएं।" केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा है कि फोन में मौजूद ऐप यूजर की इच्छा के बिना ऑटोमैटिकली ऑपरेट नहीं हो सकता है। जब तक यूजर ऐप में खुद को रजिस्टर नहीं करता तब तक ऐप ऑपरेट नहीं होगा। इसी के साथ यूजर अपनी सुविधा के अनुसार अपने फोन से किसी भी ऐप को डिलीट कर सकता है। उन्होंने कहा, "संचार साथी ऐप को लेकर हमारा कोई हठ नहीं है, इसका प्रयोग जनता की भागीदारी के आधार पर हुआ है। फीडबैक के आधार पर ऑर्डर में आगे बदलाव लाया जा सकता है।"
