दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर 'आप' का बड़ा हमला: बोले— "रेखा सरकार जानबूझकर कर रही है स्कूलों को बर्बाद..शिक्षक आवारा कुत्तों की गिनती करेंगे''
नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती करने में लगाने का बेतुका आदेश जारी किया गया है। आप के वरिष्ठ नेता संजीव झा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली सरकार ने एक अजीब आदेश दिया जिसमें कहा गया कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक आवारा कुत्तों की गिनती करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी आदेश के बावजूद दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद इसका खंडन कर रहे है। शिक्षा मंत्री के खंडन से एक बात साफ हो जाती है कि या तो उनका विभाग कोई और चला रहा है या वह झूठ बोल रहे हैं।
आप नेता ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षकों को 2015 से पहले पढाई के अलावा अन्य कामों में लगाया जाता था लेकिन केजरीवाल सरकार के समय इसमें बदलाव किया गया और कहा गया कि शिक्षक सिर्फ पढाने का काम करेंगे। अब भाजपा की सरकार शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती में लगाना चाहती है। इस संबंध में सरकार की ओर से बीस नवंबर को परिपत्र जारी किया गया था। उन्होंने परिपत्र की कापी दिखाते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि शिक्षा विभाग कोई और चला रहा है या शिक्षा मंत्री झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप की सरकार के समय शिक्षा में ऐसा काम हुआ जिसकी सराहना देश का अलावा विदेशों में की गयी। केजरीवाल सरकार की विरासत को भी भाजपा सरकार नहीं संभाल पा रही है। इस प्रकार शिक्षा विभाग चलेगा तो दस साल में शिक्षा विभाग ने जो कीर्तिमान हासिल किया था वह खत्म हो जायेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढने वाले बच्चे और उनके अभिभावकों के साथ खिलवाड़ न किया जाये।
आप नेता कुलदीप कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को एक पहचान दिलायी थी लेकिन अब शिक्षा मंत्री को शिक्षा विभाग से कोई लेनादेना नहीं है। मौजूदा सरकार को दिल्ली के शिक्षा माफिया की चिंता है। आप ने दिल्ली में तमाम प्रयास करके शिक्षा व्यवस्था को शानदार बनाया और इस काम में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने अहम योगदान दिया। अब इन्हीं शिक्षकों से रेखा गुप्ता सरकार आवारा कुत्तों की गिनती करा रही है। भाजपा सरकार के इस फैसले को आप लागू होने नहीं देगी।
