दिल्ली में जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, हड़ताल से हालात बिगड़ने की आशंका

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों के बीच एमसीडी मुख्यालय के बाहर जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल की। कर्मचारियों की हड़ताल से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता अंकुश नारंग ने हड़ताल स्थल पर पहुंचकर इन स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की और उनकी मांगों को अपना समर्थन दिया। उन्होंने स्थिति के लिए भाजपा मेयर राजा इकबाल पर निशाना साधा।
दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता अंकुश नारंग ने कहा, "ये दिल्ली के सच्चे योद्धा हैं, जो छत पर चढ़कर जमा पानी की जांच करते हैं, पानी की टंकी की जांच करते हैं और घरों में पानी जमा होने की निगरानी करते हैं। ये ही लोग आपको मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू से बचाते हैं। एक तरफ दिल्ली गंभीर मौसमी बीमारियों की चपेट में है, वहीं दूसरी ओर उनसे लड़ने वाले कर्मचारी हड़ताल पर हैं। यदि यह हड़ताल लंबी खिंचती है तो राजधानी में स्थिति और बिगड़ सकती है।"
अंकुश नारंग ने कहा कि ये लोग 30 साल से काम कर रहे हैं। इन लोगों को मेडिकल छुट्टी मिलनी चाहिए और अगर ड्यूटी के दौरान इनकी मृत्यु हो जाती है तो इनके परिवार में से एक सदस्य को नौकरी मिलनी चाहिए। कर्मचारियों की ये मांगें जायज हैं। उन्होंने कहा, "मैंने हड़ताल स्थल पर पहुंचकर डीबीसी कर्मचारियों से मुलाकात की और हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया। साथ ही उनकी जायज मांगों को लेकर भाजपा मेयर और निगम आयुक्त से बात कर जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
हमने इससे पहले भी मेयर को पत्र लिखकर इनकी समस्या दूर करने को कहा था।" कर्मचारियों का आरोप है कि हम लोग अपनी मांग को लेकर कई बार मेयर सहित अन्य अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रहा है, जिसकी वजह से हम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।