स्नातक बनेंगे लोकतंत्र के प्रहरी - पटना स्नातक निर्वाचन के लिए विशेष काउंटर से शुरू हुआ आवेदन अभियान


जिम्मेदारी और पारदर्शिता पर जोर

फॉर्म भरने में सावधानी जरूरी
नगरनौसा कार्यालय में अब तक नौ आवेदनों में से सात को गलतियों के कारण अस्वीकार कर दिया गया है। आवेदन लेने वाले कर्मी ने बताया कि “फोटो पर हस्ताक्षर नहीं करना है, केवल फॉर्म पर करना है।” कई लोग फोटो पर हस्ताक्षर कर देते हैं, जिससे फॉर्म रिजेक्ट हो जाता है। इसलिए आवेदन करने से पहले दिशा-निर्देशों का पालन जरूरी है।
दस्तावेजों के साथ पूरी प्रक्रिया
फॉर्म जमा करने वाले अभ्यर्थियों को एक रसीद दी जाएगी, जिस पर हस्ताक्षर करने के बाद उनका नाम आवेदन रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। यह इस बात का प्रमाण होगा कि फॉर्म उन्होंने स्वयं भरा और जमा किया है। इस प्रक्रिया से किसी भी तरह की धोखाधड़ी या फर्जी आवेदन की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है।
अधिकारी करेंगे प्रक्रिया की निगरानी
विशेष काउंटर पर दो पदाधिकारियों को तैनात किया गया है - प्रखंड श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी जय किशुन गुप्ता और प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राजीव रंजन तिवारी। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि समस्त आवेदक पात्रता मानकों और दस्तावेजों के अनुसार ही आवेदन करें। उनकी निगरानी में प्रत्येक फॉर्म का सत्यापन और पंजीकरण किया जाएगा।
कौन बन सकता है स्नातक मतदाता
आवेदन के पात्र वही व्यक्ति हैं जिन्होंने नवंबर 2022 या उससे पहले स्नातक की डिग्री हासिल की है। आवेदन के साथ कुछ अनिवार्य दस्तावेज जमा करना जरूरी है - एक पासपोर्ट साइज फोटो, स्नातक का प्रमाण पत्र या तीसरे वर्ष का अंकपत्र, आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड, और मोबाइल नंबर। अधूरे या गलत दस्तावेज वाले फॉर्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
लोकतंत्र में भागीदारी की दिशा में अहम कदम
चुनाव आयोग के इस कदम से युवाओं को मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया में सीधे शामिल होने का अवसर मिल रहा है। इससे शिक्षित वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा और आगामी पटना स्नातक निर्वाचन चुनाव अधिक पारदर्शी और प्रभावी तरीके से संपन्न हो सकेगा। अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में आवेदन की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।