राजीव गुप्ता हत्याकांड में नया खुलासा: मनीमाजरा निवासी सिमरन की गिरफ्तारी से पुलिस जांच ने पकड़ी रफ्तार

Rajiv Gupta Murder Case: पंचकूला पुलिस ने राजीव गुप्ता हत्याकांड मामले में बड़ा कदम उठाते हुए मनीमाजरा निवासी सिमरन नामक महिला को गिरफ्तार किया है। सोमवार को अदालत में पेशी के बाद उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि हत्या की साजिश में सिमरन की भूमिका अहम मानी जा रही है और उससे कई पहलुओं पर पूछताछ जारी है।
इंस्टाग्राम से हुई जान-पहचान, फिर रची गई साजिश
प्रेम विवाह और अवैध संबंध बने हत्या की वजह
मृतक राजीव गुप्ता के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि राजीव ने 2 अप्रैल को प्रेम विवाह किया था, लेकिन बाद में उसका संबंध किसी अन्य युवती से भी हो गया था। इसी संबंध को लेकर युवती के भाई और मामा ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। इस संबंध में पहले भी चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दी गई थी। पुलिस का मानना है कि इन्हीं कारणों से राजीव को रास्ते से हटाने की साजिश रची गई।
शव बरामद होने से खुला हत्याकांड का राज
22 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि पिंजौर-नालागढ़ बाईपास पर गांव सुखोमाजरी के पास सड़क किनारे खाई में एक शव दबा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची और करीब दो सप्ताह पुराना शव बरामद किया। जांच में पता चला कि शव राजीव गुप्ता का है। परिजनों की पहचान और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच की दिशा तय की गई।
पहले भी तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं
डीसीपी क्राइम ने जानकारी दी कि डिटेक्टिव स्टाफ की टीम पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कमलदीप उर्फ कुंदन (निवासी पिपलीवाला, युवती का भाई), सत्यनारायण उर्फ सत्ता (निवासी पानीपत) और विनोद उर्फ बोडा (निवासी नग्गल खेड़ी, जिला पानीपत, दोनों युवती के मामा) शामिल हैं। 27 अगस्त को तीनों को गिरफ्तार कर तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
आगे की जांच और पुलिस की रणनीति
अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या सिमरन ने जानबूझकर इंस्टाग्राम के जरिए राजीव को फंसाया, या फिर वह भी इस षड्यंत्र में दबाव में शामिल हुई। फिलहाल पुलिस की नजर सिमरन के बयान और मोबाइल रिकॉर्ड्स पर है। इस केस ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग पुलिस की आगे की कार्रवाई पर निगाहें टिकाए हुए हैं।