अमृतसर में ड्रोन से आई मौत की खेप: 5 किलो हेरोइन बरामद, पाकिस्तानी तस्करों से जुड़े तार



पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शुरुआती जांच में यह साफ हो गया है कि इस खेप को पाकिस्तानी तस्करों ने ड्रोन के जरिए भारत में भेजा था। पूछताछ में राजपाल ने माना कि उसे यह खेप बॉर्डर के पास डेरा बाबा नानक क्षेत्र में मिली थी।
राजपाल ने बताया कि वह इसे आगे स्थानीय नेटवर्क के जरिए वितरण करने वाला था। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस खेप का असली प्राप्तकर्ता कौन था और इसके पीछे कौन सा अंतरराष्ट्रीय गिरोह काम कर रहा है।
पहले भी साथी गिरा चुके हैं जाल में
सीपी भुल्लर ने बताया कि इसी साल अगस्त में पुलिस ने लक्की नाम के नशा तस्कर को तीन किलो हेरोइन के साथ पकड़ा था। पूछताछ में उसने खुलासा किया था कि राजपाल सिंह भी उसी गिरोह का हिस्सा है और पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन की सप्लाई में उसकी अहम भूमिका है।
इसी आधार पर पुलिस राजपाल पर पिछले कई दिनों से निगरानी रखे हुए थी। जैसे ही सूचना मिली कि वह पांच किलो हेरोइन को ठिकाने लगाने जा रहा है, पुलिस ने नाकाबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए बैग में मिली ड्रग्स की खेप
गिरफ्तारी के समय राजपाल के पास से एक बैग बरामद हुआ, जिसमें पांच किलो और 25 ग्राम हेरोइन छिपाई गई थी। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है, जिसमें पाकिस्तानी तस्करों से संपर्क के कई सबूत मिलने की उम्मीद है।
सीपी भुल्लर ने कहा कि मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और चैट हिस्ट्री की जांच के बाद इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक भी पहुंच बनाई जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों में अलर्ट
इस मामले ने एक बार फिर से ड्रोन के जरिए सीमा पार से नशा तस्करी की गंभीरता को उजागर कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात को लेकर चिंतित हैं कि पाकिस्तानी तस्कर अब हाईटेक तरीकों से भारत में नशा भेजने के नए रास्ते तलाश रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि वे बीएसएफ और एनआईए के साथ मिलकर इस केस की गहन जांच कर रही है ताकि ड्रोन नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
राजपाल सिंह के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में रेड और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस कर रही है।
अमृतसर पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में कई और गिरफ्तारी संभव हैं और इस ड्रग नेटवर्क की पूरी जड़ें उखाड़ फेंकी जाएंगी।