जहरीले कफ सीरप कांड का आरोपित रंगनाथन कोर्ट में मुस्कराता रहा - 24 मासूमों की मौत पर भी नहीं झलकी कोई शर्म


2. चेहरे पर मुस्कान, आंखों में अहंकार

3. जनता में बढ़ा गुस्सा और अविश्वास
रंगनाथन के इस रवैये ने पूरे शहर में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। कोल्डरिफ सीरप कांड से प्रभावित परिवारों का कहना है कि अब उन्हें न केवल न्याय चाहिए बल्कि ऐसा कानून भी चाहिए जो इस तरह की घटनाओं के लिए ज्यादा कड़ी सजा तय करे। लोग सोशल मीडिया पर भी रंगनाथन की तस्वीरें साझा कर रहे हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
4. न्यायिक हिरासत में भी नहीं टूटा अहंकार
पुलिस रिमांड के खत्म होते ही अदालत ने आरोपी को जेल भेजने का आदेश दिया। न्यायिक हिरासत में जाते समय भी रंगनाथन उसी तरह मुस्कुरा रहा था। अदालत परिसर से बाहर निकलते हुए उसने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से इनकार किया मगर उसकी मुस्कुराहट सब कुछ कह गई। उसका यह व्यवहार अदालत में उपस्थित सभी लोगों के लिए रहस्यमय और चौंकाने वाला था।
5. परिजनों की पुकार - चाहिए न्याय
24 बच्चों की मौत पर शोक में डूबे परिवार इंसाफ की आस में हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले की सुनवाई तेज़ी से हो और जिम्मेदार लोगों को कठोरतम सज़ा दी जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक ऐसे निर्मम व्यापारियों को उदाहरणात्मक सज़ा नहीं मिलेगी, तब तक इंसानियत शर्मसार होती रहेगी।