‘जब कुर्सी छोड़ी तो पत्नी को, अब बेटे को सीएम बनाने की कोशिश’ — सिवान में गरजे नीतीश कुमार, राजद पर बोला बड़ा हमला!


जब कुर्सी छोड़ी तो पत्नी को सीएम बनाया

50 लाख लोगों को नौकरी दी
मुख्यमंत्री ने सभा में रोजगार के मुद्दे पर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अब तक 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है और आने वाले पांच वर्षों में एक करोड़ रोजगार सृजित करने का लक्ष्य तय किया है। नीतीश ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली के क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाला बिहार “रोजगार, विकास और शांति का बिहार” होगा।
केंद्र सरकार की तारीफ
सभा के दौरान नीतीश कुमार ने केंद्र की मोदी सरकार की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से बिहार के विकास के लिए लगातार विशेष सहायता और फंड मिल रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपने पुराने राजनीतिक फैसलों पर खुलकर बात करते हुए कहा, “हम दो बार उधर गए थे, लेकिन देखा कि वहां कोई काम नहीं होता। इसलिए वापस एनडीए में आ गए और अब कभी उधर नहीं जाएंगे।” इस बयान के बाद सभा में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने “नीतीश जिंदाबाद” के नारे लगाए।
महागठबंधन अराजकता की राह पर
मुख्यमंत्री के साथ मंच पर मौजूद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि बिहार अब बदल रहा है। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले और अब के बिहार में जमीन-आसमान का फर्क है। जायसवाल ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए पांच पांडवों की तरह चट्टानी एकता के साथ खड़ा है, जबकि विपक्ष विकास से भटककर अराजक राजनीति की राह पर चला गया है।
वहीं जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों से बिना रुके बिहार की सेवा की है और विकास को अपनी राजनीति का केंद्र बनाया है।
सभा में भारी जनसैलाब
सिवान की चुनावी सभा में भारी भीड़ उमड़ी। मंच पर सांसद विजयलक्ष्मी देवी, जिला परिषद अध्यक्ष संगीता यादव, और पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष त्रिलोकी सिंह पटेल सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। जनसभा में मंगल पांडेय, इंद्रदेव सिंह पटेल, देवेशकांत सिंह, हेमनारायण साह, विकास कुमार सिंह और भीष्म प्रताप सिंह के समर्थन में जनता से वोट की अपील की गई। माहौल पूरी तरह एनडीए समर्थक नारों से गूंजता रहा।