शहडोल में दो सगे भाइयों की बेरहमी से हत्या, गांव में फैला मातम - नेशनल हाईवे 43 जाम, इंसाफ की मांग पर अड़े परिजन


मौत बनकर आ गए हमलावर
घटना के अनुसार, दोनों भाई अपनी ऑटो पार्ट्स की दुकान पर दीप जलाने पहुंचे थे। तभी गांव के करीब एक दर्जन से अधिक आरोपी अचानक पीछे से दुकान में घुस आए। उन्होंने धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायल भाइयों को अस्पताल पहुंचाया, जहां राकेश की मौके पर मौत हो गई, जबकि राहुल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पूरे गांव में सन्नाटा छा गया और लोग भय के साए में हैं।
सड़क पर उतरे लोग

पुलिस बल की भारी तैनाती
स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो, इसलिए प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे और कोतवाली थाना प्रभारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर डटे हुए हैं। पुलिस लगातार प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर स्थिति सामान्य करने का प्रयास कर रही है।
जांच में जुटी पुलिस
इस हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा ने अपने साथियों धनेश शर्मा, नयन पाठक, नीलेश कुशवाहा सहित बुढार थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और फॉरेंसिक टीम मौके पर जांच में जुटी है।
वीडियो में राहुल का दर्दनाक खुलासा
घायल राहुल तिवारी ने मरने से पहले अपने मोबाइल में एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने आरोपियों के नाम लेते हुए कहा -
“यह मेरा आखिरी बयान है, इसे ही मेरा बयान माना जाए।”
वीडियो वायरल होने के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता देखते हुए केशवाही चौकी प्रभारी आशीष झारिया को लाइन हाजिर कर दिया है।
इंसाफ की उम्मीद में आंखें नम
बलबहरा गांव में अब भी सन्नाटा पसरा है। हर घर में मातम है, और लोग प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और दोषियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। यह वारदात न सिर्फ एक जमीन विवाद का अंत है, बल्कि दो निर्दोष जिंदगियों के खत्म होने की दर्दनाक कहानी भी बन गई है।