मुजफ्फरनगर में शोएब हत्याकांड का खुलासा, पाँच आरोपी गिरफ्तार, एक मुठभेड़ में घायल, गोल्ड स्मगलिंग से जुड़े तार



सोने की हेराफेरी बनी हत्या की वजह
मुजफ्फरनगर के खुड्डा निवासी शराफत ने अपने बेटे शोएब की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शोएब की जली हुई कार शामली से और उसका शव सहारनपुर के बिहारीगढ़ क्षेत्र से बरामद हुआ था। पुलिस की जांच में यह सामने आया:
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विवाद की जड़: खुड्डा निवासी मुकर्रम सऊदी अरब में रहता था और वह टूरिस्ट वीजा पर गए शोएब की मदद से कई बार सोने की तस्करी भारत में करवाता था।
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सोने की हेराफेरी: करीब डेढ़ साल पहले शोएब 300 ग्राम सोना दो चार्जरों में छिपाकर लाया था। उसने 150 ग्राम सोने की डिलीवरी तो दे दी, लेकिन दूसरे 150 ग्राम सोने के लिए एयरपोर्ट पर जब्त होने की बात कही।
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बदनीयती का शक: मुकर्रम को विश्वास नहीं था और उसे शक था कि शोएब ने वह डेढ़ सौ ग्राम सोना हड़प लिया है। इसी रंजिश के चलते मुकर्रम ने दो महीने पहले शोएब की हत्या की साजिश रची।
साजिश और हत्याकांड का तरीका
मुकर्रम ने अपने साथी मुनव्वर और अंकित राणा को शोएब की हत्या के लिए एक-एक लाख रुपये की सुपारी और शोएब की कार से सोना मिलने का लालच दिया था।
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हत्या को अंजाम: साजिश के तहत, मुनव्वर और अंकित राणा शोएब की कार में उसके साथ देहरादून के लिए निकले। बिहारीगढ़ क्षेत्र में दोनों आरोपियों ने बाइक के क्लच के तार से गला घोंटकर और चाकू से हमला कर शोएब की हत्या कर दी।
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साक्ष्य मिटाने की कोशिश: लाश को फेंकने के बाद, आरोपियों ने सबूत मिटाने के इरादे से शोएब की कार को शामली क्षेत्र में जला दिया था।
पाँच गिरफ्तार, एक आरोपी फरार
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
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मुकर्रम: मुख्य साजिशकर्ता (मास्टरमाइंड)।
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मुनव्वर: हत्या को अंजाम देने वाला, पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल।
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अंकित राणा: हत्या को अंजाम देने वाला, कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार।
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उस्मान (गंगोह): मुकर्रम का साथी।
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अरशद (गंगोह): मुकर्रम का साथी।
इस मामले में एक अन्य आरोपी जुनैद अभी भी फरार है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू, क्लच का तार, शोएब का आईफोन और हत्यारों की बाइक बरामद कर ली है। एसपी ने बताया कि सोने की तस्करी के इस पूरे नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।