“ATS की बड़ी कार्रवाई: सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर की गिरफ्तारी के बाद ठाणे के टीचर से पूछताछ, अल-कायदा नेटवर्क से जुड़े सबूत बरामद”
Maharashtra News: महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर पर अल-कायदा और अन्य प्रतिबंधित संगठनों से संबंध होने के आरोप लगे हैं। एटीएस ने बताया कि हंगरगेकर ने ठाणे जिले के मुंब्रा में एक शिक्षक के घर में गुप्त बैठक की थी, जिसके चलते उस शिक्षक से पूछताछ की गई है।
घर की तलाशी में मिले अल-कायदा दस्तावेज
एटीएस ने अदालत को बताया कि जुबैर हंगरगेकर पुणे के कोंढवा इलाके में आक्रामक धार्मिक प्रवचन दिया करता था। घर की तलाशी के दौरान एटीएस ने मोबाइल फोन जब्त किए, जिनमें ‘Al Qaeda in the Indian Subcontinent (AQIS) and all its manifestations’ शीर्षक वाली डिलीट की गई PDF फाइलें बरामद की गईं।इन डिजिटल साक्ष्यों से यह संकेत मिला है कि अभियुक्त कट्टरपंथी सामग्री के प्रसार और अध्ययन में शामिल था।
पांच इंटरनेशनल नंबरों की लिस्ट ने बढ़ाई जांच एजेंसियों की चिंता
एटीएस के अनुसार, जुबैर हंगरगेकर को 27 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।
उसके फोन की जांच में एक पाकिस्तानी नंबर, दो सऊदी अरब, एक कुवैत और एक ओमान का नंबर सेव पाया गया। हालांकि, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) में इन नंबरों से कोई बातचीत नहीं दिखी, फिर भी विदेशी संपर्कों की मौजूदगी ने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की आशंका को मजबूत किया है।
ओसामा बिन लादेन के भाषण और हथियार प्रशिक्षण दस्तावेज बरामद
एटीएस की जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जांच टीम ने अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ईद-उल-फितर भाषण का उर्दू अनुवाद बरामद किया है। इसके अलावा ‘Inspire’ नामक पत्रिका मिली, जिसमें एके-47 प्रशिक्षण की तस्वीरें और आईईडी बनाने की विधि से जुड़ी जानकारी मौजूद थी। यह सामग्री हंगरगेकर की कट्टरपंथी विचारधारा और तकनीकी जानकारी के दुरुपयोग की दिशा में इशारा करती है।
