गाजियाबाद। नहर की पटरी पर सूटकेस में मिले छह वर्षीय बच्चे के शव की शिनाख्त पुलिस 20 दिन बाद भी नहीं कर पाई है। पुलिस की दो टीमों ने शव की शिनाख्त करने के लिए आसपास के जिले छान दिए लेकिन सफलता नहीं मिली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे का दाएं हाथ में फ्रेक्चर और नाजुक अंगों से छेड़छाड़ के साथ कुकर्म और मुंह दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस ने जिले के ही नहीं बल्कि मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और नोएडा के कुछ हड्डी चिकित्सक और अल्ट्रासाउंड संचालकों से बच्चे का फोटो दिखाकर उपचार करने या प्लास्टर लगाने की बाबत पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं मिली। अब पुलिस मेरठ निवासी महिला और बच्चे की डीएनए की रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
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17 दिसंबर को नहर की पटरी पर सूटकेस में मिले बच्चे की शिनाख्त पुलिस 20 दिन बाद भी नहीं कर पाई है। बच्चे के बाएं हाथ की हड्डी टूटी थी और उस पर प्लास्टर था। पुलिस ने आसपास के जनपदों के करीब 200 हड्डी चिकित्सकों और अल्ट्रा सेंटर संचालकों को छह वर्षीय बच्चे का फोटो दिखाकर उसकी शिनाख्त का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। 24 घंटों के अंतराल में नहर की पटरी से निकलते वाले सैंकडों लोगों को बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) भी उठाया गया लेकिन कुछ कामयाबी नहीं मिली। इस दौरान तीन कार भी संदिग्ध मिली और उनकी शिनाख्त कर चालकों से पूछताछ की गई तो नतीजा सिफर ही रहा।