सहारनपुर। नवागत नगरायुक्त संजय चौहान ने सोमवार की सुबह नगर निगम पहुंचकर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने नगर निगम के सभी विभागों तथा आईसीसीसी का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
नगरायुक्त संजय चौहान ने आज सुबह कार्यभार संभालते ही नगर निगम के सभी विभागों का निरीक्षण किया। सबसे पहले उन्होंने टैक्स जमा करने वाले कैश काउंटर और हाउस टैक्स विभाग का निरीक्षण किया। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संगीता गुप्ता से उन्होंने जानना चाहा कि जीआईएस सर्वे में कितनी ऐसी नई सम्पत्तियां प्राप्त हुई हैं जिन पर टैक्स नहीं लगा है। उन्होंने ऐसे सभी सम्पत्ति स्वामियों को नोटिस भेजने और समयावधि में आपत्ति निस्तारण कर फाइनल बिल सम्पत्ति स्वामियों को प्राप्त कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा टैक्स की वसूली ऑन लाइन माध्यम से कराने के साथ ही यह भी निर्देश दिए कि मैनुअल जमा किये गए टैक्स की रसीदों की प्रतिदिन शत प्रतिशत कम्पयूटर में पोस्टिंग की जाए ताकि भवन स्वामियों के बिलों में गलत बकाया मांग लगकर न जा सके।
सम्पत्ति विभाग का निरीक्षण करते हुए उन्होंने सम्पत्तियों और उनके रजिस्टर तथा नजूल सम्पत्तियों व उनके मिलान के सम्बंध में जानकारी ली। अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने बताया कि नजूल का सभी रिकॉर्ड निगम में ही है। उन्होंने नजूल की अवैध कब्जे वाली सम्पत्तियों की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। नगरायुक्त ने रिकॉर्ड रुम, निर्माण विभाग, लेखा विभाग, कोषागार तथा जन्म मृत्यु विभाग का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जानना चाहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र सम्बंधी कोई आवेदन तीन दिन से ज्यादा तो लंबित नहीं है। अपर नगरायुक्त ने बताया कि कोई आवेदन लंबित नहीं है। नगरायुक्त ने निगम के कंट्रोल रुम का निरीक्षण करते हुए प्राप्त शिकायतों की संख्या और उनके निस्तारण की भी विस्तार से जानकारी ली।
नगरायुक्त ने कूड़ा निस्तारण, एमआरएफ सेंटर, सी एण्ड डी वेस्ट प्लांट, सोलिड वेस्ट प्लांट, वाहनों की संख्या, सफाई निरीक्षकों की संख्या, फॉगिंग मशीनों व जीपीएस युक्त वाहनों की संख्या तथा एसटीपी प्लांट व सीवरेज प्रबंधन आदि की जानकारी ली। उन्होंने सहायक नगरायुक्त को सुबह पांच बजे से नौ बजे तक की जाने वाली शहर की सफाई व्यवस्था को और दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। नगरायुक्त ने प्रवर्तनदल प्रभारी ले.कर्नल गुरुंग से प्रवर्तनदल की जानकारी लेते हुए उसे और सशक्त बनाने के निर्देश के साथ ही अनेक सुझाव दिए।
बाद में उन्होंने आईसीसीसी का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जानना चाहा कि आईसीसीसी से निगम को क्या लाभ हो रहा है, आईसीसीसी के साथ क्या-क्या इंटीग्रेट किया गया है। महानगर में कितने जंक्शन बनाये गए हैं। सेफ सिटी के अंतर्गत कितने कैमरे इंटीग्रेट हो चुके हैं। शराब की दुकानों, पैट्रोल पंप, बैंक, स्कूल आदि की अलग अलग कैटेगरी बनाकर स्क्रीन पर देखने का भी उन्होंने सुझाव दिया। उन्होंने यह भी जानकारी ली कि आईसीसीसी के माध्यम से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले कितने वाहनों के चालान किये गए है और औसतन एक माह में कितना रेवेन्यू प्राप्त हुआ है। नगर निगम पहुंचने पर अपर नगरायुक्त राजेश यादव, एस के तिवारी, मृत्युंजय, सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम व शिवराज सिंह के अलावा अधिशासी अभियंता अमरेंद्र गौतम, आलोक श्रीवास्तव व अधिशासी अभियंता जलकल वी बी सिंह सहित निगम के सभी अधिकारियों ने बुके भेंट कर नगरायुक्त का स्वागत किया।
सरकार की प्राथमिकता ही मेरी प्राथमिकता
बाद में पत्रकारों द्वारा उनकी प्राथमिकता पूछे जाने पर नगरायुक्त संजय चौहान ने कहा कि जो सरकार की प्राथमिकताएं है वही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण और शहर को देखने के बाद यह सामने आया है कि टैक्स, स्वच्छता, शहर के विकास और सौंदर्यीकरण सहित कुछ क्षेत्रों में अभी अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके लिए हम अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं आने देंगे, जिसके निश्चय ही सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे।