शामली। दीपावली पर्व के लम्बे अवकाश के बाद शुक्रवार को जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर ओपीडी कक्ष तक मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। अस्पताल परिसर पूरे दिन लोगों की आवाजाही से खचाखच भरा रहा। इस दौरान करीब 1500 मरीजों की ओपीडी हुई।
दीपावली के अवसर पर 19 को रविवार और 20 अक्टूबर को सरकारी अवकाश था। इसके बाद 21 अक्टूबर को भले ही दफ्तर खुले रहे, लेकिन अधिकांश सरकारी कर्मचारी व मरीज नहीं पहुंचे। वहीं 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 23 अक्टूबर को भैया दूज के चलते फिर से अवकाश घोषित रहा। ऐसे में लगभग पांच दिन तक अस्पताल में सामान्य चिकित्सा सेवाएं ठप सी रहीं। शुक्रवार को अवकाश समाप्त होने के बाद जब जिला अस्पताल खुला तो मरीजों का रेला उमड़ पड़ा।
ओपीडी में डॉक्टरों को एक-एक मरीज को देखने का समय भी मुश्किल से मिल रहा था। चिकित्सकों ने बताया कि अधिकतर मरीज खांसी, जुकाम, बुखार, आंखों में जलन और त्वचा संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे। वहीं मौसम में बदलाव के चलते खुजली, एलर्जी और सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या भी काफी रही। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर सुबह से लंबी लाइनें लग गईं।
कई मरीजों को अपनी बारी आने में घंटों इंतजार करना पड़ा। डॉक्टरों ने बताया कि त्योहारों के दौरान खान-पान में गड़बड़ी, नींद की कमी और प्रदूषण के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही हैं। फिजिशियन डा. समद अली ने लोगों से अपील की है कि वे मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरतें। खानपीन का ख्यान रखे। बाहरी खानों से बचे।