मुजफ्फरनगर में प्रदूषण पर सख्ती: दो ईंगट फैक्ट्री और प्लास्टिक जलाने वाला कोल्हू सील, आठ पेपर मिलों को नोटिस जारी
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में शामिल मुजफ्फरनगर में बढ़ते प्रदूषण के कारणों की जांच के लिए स्टेट बोर्ड से गठित तीन टीमों ने जिले में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए पिछले कई दिनों से लगातार सीलिंग की कार्रवाई जारी है।
प्लास्टिक कचरा जलाने पर कोल्हू सील: क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी गीतेश चंद्रा के निर्देशन में जेई राजा गुप्ता ने टीम के साथ सूजडू, साहवली सहित अन्य स्थानों पर इकाइयों की जांच की। साहवली में संचालित एक कोल्हू पर जांच के दौरान प्लास्टिक कचरा जलता मिला, जिसके बाद कोल्हू को तुरंत सील कर संचालन बंद करा दिया गया है। इससे पहले भी बड़ी संख्या में कोल्हूओं को प्लास्टिक जलाने पर बंद किया जा चुका है।
बिना चिमनी संचालित थी ईंगट फैक्ट्री: इसके अलावा, सूजडू में टीम ने एल्यूमिनियम से ईंगट का निर्माण करने वाली बिस्मिल्लाह इंटरप्राइजेज पर छापेमारी की। जांच में यूनिट में दो फर्नेस संचालित मिलीं, जो भारी प्रदूषण फैला रही थीं। टीम को मौके पर कोई चिमनी नहीं मिली और जलाने के लिए कोयला व लकड़ी का स्टॉक बरामद हुआ। टीम ने यूनिट को सील करते हुए उसका बिजली कनेक्शन भी काट दिया है। एक दिन पूर्व जेई संध्या शर्मा ने भी सलारपुर स्थित एसएम कोनकास्ट ईंगट इकाई को सील किया था।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी गीतेश चंद्रा ने बताया कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को नियंत्रण में करने के लिए पूर्ण प्रयास जारी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि लगातार प्रदूषणकारी इकाइयों पर सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है और रिसाइकिलिंग यूनिट सहित आठ इकाइयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
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