बरेली दंगे के दो और आरोपियों को किया गया गिरफ्तार, सरकारी गन बरामद

बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को सीबीगंज थाना पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान पकड़ा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इद्रिश और इकबाल बताए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपियों को गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
पुलिस ने बताया कि इद्रिश पर कुल 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि इकबाल पर 17 मामले पहले से ही चल रहे हैं। एनकाउंटर के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से वह सरकारी बंदूक बरामद की है, जिसे पुलिस से छीना गया था। इसके अलावा दो तमंचे, जिंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन भी उनके पास से मिले हैं। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने कबूल किया है कि वे 26 सितंबर को हुए दंगे में शामिल थे। पुलिस की जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों को इस घटना में शामिल कराने वाला शख्स नदीम खान था।
पुलिस ने बताया कि नदीम खान की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है। अब गठित एसआईटी पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने साफ कहा है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान या प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। यदि ऐसी कोई शिकायत सामने आती है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि असली दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि 26 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज इलाके में दंगा भड़क गया था। इससे पहले मंगलवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान के करीबी मोहसिन रजा के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हुई थी।
मोहसिन रजा ने इस कार्रवाई को पूरी तरह राजनीतिक साजिश करार दिया था। उन्होंने कहा था, "मेरा तौकीर रजा से कोई वास्ता नहीं है, न था। मैं 2005 में इत्तेहाद छोड़ चुका हूं। ये सब आंवला के भाजपा के जिला अध्यक्ष के कहने पर हो रहा है। इससे पहले भी ये मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करा चुके हैं। मेरे भाई पर भी इसी के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है। जो कुछ भी अभी हो रहा है, वह सब उन्हीं के कहने पर हो रहा है।"