मेरठ में पीएम मोदी के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा की शुरुआत, मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व रक्तदान शिविर

मेरठ। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर मेरठ में 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान' के तहत 'सेवा पखवाड़ा' की प्रेरणादायक शुरुआत हुई। इस अभियान के पहले दिन लाला लाजपत राय स्मारक (एलएलआरएम) मेडिकल कॉलेज में एक व्यापक स्वास्थ्य जांच और रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसने जनसेवा की भावना को साकार किया।
शिविर की नोडल अधिकारी आचार्य डॉ. ललिता चौधरी (फिजियोलॉजी) ने बताया कि यह आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले 'सेवा पखवाड़ा' का हिस्सा है। इस दौरान प्रतिदिन विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होगा, जिसमें समाज के हर वर्ग को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित विशेष ओपीडी स्टॉल्स मुख्य आकर्षण रहे, जिनका प्रबंधन नोडल अधिकारी डॉ. नीलम गौतम ने किया। कुल 376 मरीजों ने स्वास्थ्य परामर्श लिया, जिनमें 117 पुरुष, 211 महिलाएं और 48 बच्चे शामिल थे।
शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं, जिनमें कम्युनिटी मेडिसिन से डॉ. नीलम, सर्जरी से डॉ. शोएब खान, मेडिसिन से डॉ. रचना सेमवाल, ऑर्थोपेडिक्स से डॉ. पंकज राठौर, पीडियाट्रिक्स से डॉ. रवि सिंह चौहान, ईएनटी से डॉ. प्रांकुर वर्मा, डेंटल से डॉ. रियाज, डर्मेटोलॉजी से डॉ. अमरजीत सिंह, साइकाइट्री से डॉ. राशि अग्रवाल, ऑप्थाल्मोलॉजी से डॉ. प्रियंका गुसाईं, रेडियोलॉजी से डॉ. शिवानी मेहरा, गायनेकोलॉजी से डॉ. मोनिका कश्यप और मेडिकल ऑफिसर डॉ. सिद्धार्थ शामिल थे।
'जीवन का महादान' के संदेश के साथ आयोजित रक्तदान शिविर में युवा मोर्चा अध्यक्ष अंकुर के नेतृत्व में 141 उत्साही लोगों ने रक्तदान किया। इसके अलावा, 104 लोगों की रक्त जांच भी की गई। इस शिविर का सफल प्रबंधन नोडल अधिकारी डॉ. प्रिया गुप्ता ने किया, जिन्होंने रक्तदान के महत्व पर जोर देते हुए सभी दानदाताओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “रक्तदान न केवल जीवन बचाता है, बल्कि यह समाज में एकता और सेवा की भावना को भी मजबूत करता है।”
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस आयोजन की सफलता के लिए सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, स्वयंसेवकों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। यह शिविर 'सेवा पखवाड़ा' की भावना को सही मायने में प्रतिबिंबित करता है, जहां जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए एक प्रेरणा बताया। यह अभियान 2 अक्टूबर तक विभिन्न स्वास्थ्य और सेवा गतिविधियों के साथ जारी रहेगा।