मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के छात्रावास परिवार द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने की।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन सेवा, निष्ठा और सादगी का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि छात्रावास केवल रहने की जगह नहीं बल्कि उनका दूसरा घर है, जिसे स्वच्छ, सहयोगी और अनुशासित बनाए रखना प्रत्येक छात्र का नैतिक दायित्व है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के नशे और अनुचित गतिविधियों से दूर रहें तथा अपने जीवन में अनुशासन, स्वच्छता और सहयोग की भावना को आत्मसात करें। कुलपति जी ने यह भी कहा कि छात्रावास के अनुशासन और सकारात्मक वातावरण को बनाए रखना विद्यार्थियों और प्रशासन दोनों की साझा जिम्मेदारी है।
कुलपति ने छात्रावास के वार्डन एवं सहायक वार्डन टीम की सराहना करते हुए कहा कि 200 से अधिक छात्रों की देखभाल करना, उनकी आवश्यकताओं को समझना और उन्हें सुरक्षित तथा सहयोगपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराना अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसे वार्डन टीम पूरी निष्ठा और लगन से निभा रही है।
मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रो. दिनेश कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रावास का संचालन केवल प्रशासनिक दायित्व नहीं, बल्कि यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का एक मिशन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय के सभी नौ छात्रावासों में महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि पर इस प्रकार के प्रेरणादायी आयोजन किए जाते हैं, ताकि छात्र उनके आदर्शों से सीख लेकर अपने जीवन को सकारात्मक दिशा दे सकें।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और विचारों पर आधारित अपने विचार प्रस्तुत किए। पूरे छात्रावास परिसर में स्वच्छता, सजावट और अनुशासन का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और भव्यता और बढ़ गई।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव,डीएसडब्ल्यू प्रो. भूपेंद्र सिंह, डॉ. विवेक कुमार त्यागी, इंजीनियर मनीष मिश्रा, अधीक्षक इंजीनियर विजय कुमार राम, सहायक वार्डन इंजीनियर विजय कुमार, सहायक वार्डन इंजीनियर प्रियांक सिरोही, प्रवीण पवार, गौरव त्यागी, जू बेंथम, डॉ. पंकज कुमार, निधि भाटिया, लक्ष्मी शंकर सिंह, डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. शिवम गोयल सहित छात्रावास कार्यालय प्रभारी राहुल सिंह, आदेश, दासेराम और अन्य वार्डन, कर्मचारी एवं आवासीय छात्र उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को श्रद्धांजलि देने का अवसर बना बल्कि विश्वविद्यालय छात्रावासों में अनुशासन, सेवा, समर्पण और नशामुक्त जीवन के महत्व को उजागर करने वाला एक प्रेरक संदेश भी सिद्ध हुआ।