प्रयागराज माघ मेले में किन्नर अखाड़े का ऐतिहासिक कदम, भूमि पूजन के साथ आध्यात्मिक शिविर की शुरुआत
प्रयागराज। प्रयागराज से एक बड़ी और खास खबर सामने आ रही है, जहां माघ मेले के दौरान किन्नर अखाड़े ने अपने शिविर की स्थापना के लिए भूमि पूजन किया। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक समरसता का भी बड़ा प्रतीक माना जा रहा है।
ओल्ड जीटी रोड स्थित माघ मेला क्षेत्र में किन्नर अखाड़े द्वारा विधि-विधान से भूमि पूजन संपन्न कराया गया। इस पावन अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरी स्वयं मौजूद रहीं और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। भूमि पूजन के दौरान किन्नर संतों और अनुयायियों की बड़ी संख्या मौजूद रही, जिससे पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूब गया।
महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरी ने बताया कि माघ मेले के दौरान किन्नर अखाड़ा न केवल शिविर लगाएगा, बल्कि धार्मिक अनुष्ठान, सत्संग, प्रवचन और सेवा कार्यों का भी आयोजन करेगा। उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा में किन्नर समाज का हमेशा से विशेष स्थान रहा है और माघ मेले में उनकी सक्रिय भागीदारी इसी परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
इस बार माघ मेले में बड़ी संख्या में किन्नर संत और साधक कल्पवास भी करेंगे। कल्पवास के दौरान गंगा स्नान, जप-तप, ध्यान और सेवा कार्यों के माध्यम से आध्यात्मिक साधना की जाएगी। किन्नर अखाड़े का यह शिविर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनने की उम्मीद है।
भूमि पूजन के बाद अखाड़े से जुड़े संतों ने कहा कि किन्नर अखाड़ा समाज में समानता, सम्मान और आध्यात्मिक चेतना का संदेश देने के लिए प्रतिबद्ध है। माघ मेले जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में उनकी मौजूदगी सामाजिक समावेशन की दिशा में एक मजबूत संदेश देती है।
माघ मेला प्रशासन ने भी किन्नर अखाड़े के शिविर को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात कही है। सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और अखाड़े के बीच समन्वय बनाया गया है।
कुल मिलाकर, प्रयागराज के माघ मेले में किन्नर अखाड़े का भूमि पूजन और शिविर की स्थापना सनातन परंपरा में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है, जहां आस्था के संग समाज में स्वीकार्यता और सम्मान का संदेश भी दिया जा रहा है।
