पारंपरिक खेती छोड़ें और सितंबर में अपनाएं ये खेती , कुछ ही महीनों में होगा लाखों का मुनाफा

अगर आप इस बार सितंबर में कुछ नया करना चाहते हैं और पारंपरिक खेती से हटकर कोई ऐसा काम करना चाहते हैं जिससे मेहनत का सही दाम मिले तो चलिए आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताते हैं जिसे करके आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।
ग्लैडियोलस फूल की बढ़ती डिमांड
सितंबर से नवंबर है सही समय
अगर आपके खेत सितंबर में खाली पड़े हैं तो ग्लैडियोलस आपके लिए सोने पर सुहागा साबित हो सकता है। कृषि विभाग के अनुसार इस समय इसकी बुवाई सबसे उपयुक्त होती है। खास बात यह है कि एक बार जब आप इसके कंद यानी बल्ब लगाते हैं तो अगले साल के लिए भी खुद से कंद तैयार हो जाते हैं जिससे दुबारा निवेश कम हो जाता है और मुनाफा कई गुना बढ़ जाता है।
कितने कंद लगते हैं और कितना खर्च आता है
एक एकड़ खेत में लगभग सत्तर हजार कंद लगाए जाते हैं। बाजार में एक कंद की कीमत तीन रुपये से पांच रुपये तक मिलती है। यानी शुरुआत में निवेश जरूर थोड़ा अधिक लगता है लेकिन यही कंद अगले साल फिर से फसल देने के काम आते हैं। एक एकड़ से लगभग ढाई क्विंटल कंद दुबारा प्राप्त किए जा सकते हैं। फूलों की कीमत समय और बाजार के हिसाब से बदलती रहती है। कभी एक फूल दस रुपये में बिक जाता है तो कभी यही फूल सौ से डेढ़ सौ रुपये तक का दाम दिला देता है। अगर पैकिंग करके बेचा जाए तो एक पैक की कीमत चालीस रुपये से चार सौ रुपये तक हो सकती है।
मुनाफा पारंपरिक फसलों से कहीं ज्यादा
ग्लैडियोलस न केवल देखने में सुंदर होता है बल्कि इसकी बिक्री पारंपरिक फसलों की तुलना में कहीं ज्यादा लाभदायक है। यह खेती आपको कम समय में अच्छा बिजनेस मॉडल बनाने का मौका देती है। अगर आप मेहनत और समझदारी से काम लें तो एक एकड़ से लाखों रुपये तक की आमदनी करना बिल्कुल संभव है। यही कारण है कि आजकल युवा किसान भी तेजी से फूलों की खेती अपनाने लगे हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और शिक्षा के उद्देश्य से है। किसी भी तरह की खेती शुरू करने से पहले अपने नजदीकी कृषि विशेषज्ञ या विभाग से सलाह जरूर लें।