ठंड के मौसम की सबसे मुनाफेदार फसल, सही समय पर बुवाई और उन्नत किस्मों से पाएं लाखों की कमाई

सर्दियों का मौसम अपने साथ नई उम्मीदें और नए अवसर लेकर आता है। इसी मौसम में अगर कोई फसल किसानों के लिए सबसे ज्यादा फायदे का सौदा बन सकती है तो वह है मटर। मटर की खेती न केवल कम लागत और कम मेहनत वाली है बल्कि यह मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ाती है क्योंकि इसमें नाइट्रोजन स्थिरीकरण की क्षमता होती है। यही कारण है कि किसान इसे रबी सीजन की सबसे लाभकारी फसल मानते हैं।
मटर की खेती का सही समय
मटर की खेती के लिए मिट्टी और तैयारी
मटर की खेती के लिए दोमट या हल्की बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। खेत का पीएच स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए। बुवाई से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करना और उसे भुरभुरा बनाना जरूरी है। खरपतवार को हटाना भी उतना ही जरूरी है ताकि पौधे अच्छी तरह विकसित हो सकें। गोबर की सड़ी हुई खाद या कंपोस्ट डालने से मिट्टी उपजाऊ बनती है और पौधों को पोषण मिलता है।
मटर की किस्में
भारत में मटर की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं जिनमें अरके प्रगति पी-89 रचना अर्चना बोनविला केएसएमबी-87 और रत्ना प्रमुख हैं। जल्दी पकने वाली और रोग प्रतिरोधक किस्में किसानों के लिए ज्यादा लाभदायक होती हैं क्योंकि ये समय से तैयार होती हैं और उपज भी ज्यादा देती हैं।
बीज और बुवाई
मटर की बुवाई लाइन से करनी चाहिए ताकि पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 8 से 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। प्रति एकड़ 35 से 40 किलो बीज पर्याप्त होता है। बुवाई से पहले बीजों को राइजोबियम कल्चर और ट्राइकोडर्मा से उपचारित करना बहुत जरूरी है। इससे बीज रोगों से सुरक्षित रहते हैं और पौधों की जड़ों में गांठें बनती हैं जो नाइट्रोजन को स्थिर करने में मदद करती हैं।
खाद और सिंचाई
खेत की जुताई के समय डीएपी पोटाश और जिंक सल्फेट डालना फायदेमंद होता है। पहली सिंचाई बुवाई के 15 से 20 दिन बाद करनी चाहिए। इसके बाद फूल आने और फलियां बनने के समय सिंचाई जरूरी है। ध्यान रहे खेत में पानी का ज्यादा भराव न हो क्योंकि मटर की जड़ें पानी में सड़ जाती हैं।
कटाई और मुनाफा
मटर की कटाई तब करनी चाहिए जब फलियां हरी भरी हों और दाने पूरी तरह भर चुके हों। समय पर की गई कटाई से दाने मीठे और मुलायम रहते हैं जिससे बाजार में उनकी मांग और कीमत दोनों अच्छी मिलती हैं। किसान सही तकनीक और समय पर देखभाल से मटर की खेती से अच्छी कमाई कर सकते हैं।
दोस्तों ठंड के मौसम में मटर की खेती किसानों के लिए एक शानदार अवसर है। यह फसल न केवल कम लागत वाली है बल्कि बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। अगर किसान समय पर बुवाई करें मिट्टी की सही तैयारी करें और किस्म का चुनाव समझदारी से करें तो निश्चित रूप से उन्हें भरपूर मुनाफा मिलेगा।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य कृषि ज्ञान और विशेषज्ञों की सलाह पर आधारित है। खेती शुरू करने से पहले अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी की स्थिति के अनुसार स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से परामर्श जरूर लें।