Wheat Farming 2025 :नवंबर में ऐसे करें गेहूं की बुवाई, किसानों के लिए सुनहरा मौका कम बीज में ज्यादा पैदावार, जानिए वैज्ञानिकों की नई तकनीक से लाखों कमाने का राज
नवंबर का महीना शुरू होते ही खेतों में रबी फसलों की तैयारी का वक्त आ जाता है। इसी समय किसान भाइयों को गेहूं की बुवाई पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यही वह समय होता है जब समय पर और सही विधि से बुवाई करने पर फसल की पैदावार कई गुना बढ़ जाती है। बहुत से किसान धान या तोरिया की कटाई में व्यस्त रहते हैं और गेहूं की बुवाई में देरी कर देते हैं, लेकिन कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जो किसान नवंबर की शुरुआत में ही बुवाई करते हैं, उन्हें अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल मिलती है।
कौन-सी किस्में देंगी ज्यादा मुनाफा और बेहतर उत्पादन
इस सीजन में कृषि वैज्ञानिक किसानों को सलाह दे रहे हैं कि वे डिबीडब्लू 303, डिबीडब्लू 187 और डिबीडब्लू 222 जैसी उन्नत किस्मों की बुवाई करें। वहीं, नए इलाकों या जहां पानी की कमी है, वहां के-1317 किस्म सबसे बेहतर मानी जा रही है। यह किस्म कम पानी में भी बढ़िया उपज देती है। केवल एक या दो सिंचाई से ही फसल तैयार हो जाती है, जिससे किसानों का खर्चा काफी कम हो जाता है।
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, गेहूं की बुवाई पंक्तिवार यानी लाइन में करनी चाहिए। ऐसा करने से बीज की खपत कम होती है, फसल को हवा और बारिश से नुकसान नहीं होता और मिट्टी की नमी भी लंबे समय तक बनी रहती है। जब किसान बिना पंक्ति के बुवाई करते हैं, तो बीज की मात्रा बढ़ जाती है और फसल के गिरने की संभावना भी बढ़ती है, जिससे उत्पादन घट जाता है।
समय पर बुवाई क्यों है जरूरी
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं की बुवाई अगर नवंबर के पहले पखवाड़े में कर दी जाए तो फसल का विकास सही समय पर होता है। समय पर बुवाई करने से पौधों को अनुकूल तापमान और नमी मिलती है, जिससे दाने भरे और चमकदार बनते हैं। वहीं देर से बुवाई करने पर फसल की वृद्धि धीमी हो जाती है और दाने छोटे रह जाते हैं।
समय पर बुवाई करने से न केवल पैदावार बढ़ती है बल्कि फसल जल्दी पकने से खेत अगली फसल के लिए भी समय पर तैयार हो जाते हैं। देर से बुवाई की गई फसल में अक्सर रोग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है और उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि जैसे ही खेत खाली हो, तुरंत गेहूं की बुवाई शुरू कर दें।
किसान भाइयों, अगर आप इस सीजन में गेहूं की बुवाई की योजना बना रहे हैं तो इस बार वैज्ञानिकों की सलाह जरूर मानें। नवंबर के पहले सप्ताह में पंक्तिवार बुवाई करें, प्रमाणित बीजों का चयन करें और खेत की नमी का ध्यान रखें। ऐसा करने से आपकी फसल मजबूत और ज्यादा उत्पादन देने वाली बनेगी। याद रखें, खेती में समय पर किया गया काम ही सफलता की कुंजी है।
