'अखिलेश दुबे को बचा रहे IPS अमिताभ यश': भाजपा नेता रवि सतीजा का गंभीर आरोप, राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
कानपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और कानपुर में गठित 'अखिलेश दुबे मुक्ति मोर्चा' के सदस्य रवि सतीजा ने आईपीएस अधिकारी और यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अमिताभ यश यूपी के सबसे ताकतवर पुलिस अफसरों में शामिल है।
बुधवार को मॉल रोड स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रवि सतीजा ने बड़ा खुलासा किया।
IPS अधिकारी पर सीधा आरोप
रवि सतीजा ने आरोप लगाया कि:
"यूपी के तत्कालीन डीजीपी प्रशांत कुमार ने मुझे बताया था कि अखिलेश दुबे की मदद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश कर रहे हैं। मुझसे कहा था कि जाइए अमिताभ यश से मिलकर आइए। उनको समझाइए।"
सतीजा ने यह भी कहा कि अखिलेश दुबे की बेटी आंचल दुबे यह कहती है कि "आईपीएस अमिताभ यश मेरे अंकल हैं। उनके रहते हुए मेरे पापा का बाल भी बांका नहीं होगा।" सतीजा ने अमिताभ यश से मिलकर अखिलेश दुबे के अपराधों के बारे में बताया, लेकिन उन्हें कोई कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिला।
इच्छा मृत्यु की मांग और अपराधियों से जान का खतरा
रवि सतीजा, जो कि आरएसएस से 50 सालों से जुड़े हैं और यूपी बीजेपी के प्रदेश संयोजक हैं, ने कहा कि करीब 2 महीने से अखिलेश दुबे के खिलाफ कार्रवाई रुकी हुई है और उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश दुबे ने कई लोगों की जिंदगियां बर्बाद की हैं और अब उन्हें खुद की जान का खतरा है।
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पीड़ित प्रज्ञा त्रिवेदी ने भी कहा कि अखिलेश दुबे को सजा नहीं मिली तो उन्हें इच्छा मृत्यु दी जाए। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक नाटक है और अधिकारी या तो उन्हें मार दें, या उनके परिवार को टुकड़ों में मारे जाने से पहले इच्छा मृत्यु दे दें।
एसआईटी जांच पर सवाल
प्रज्ञा त्रिवेदी ने एसआईटी द्वारा अखिलेश दुबे के खिलाफ 52 मामलों की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक किसी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, जो कि कानून के खिलाफ है। उन्होंने भूपेश अवस्थी और उनके भाइयों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की, जो अखिलेश दुबे के हर अपराध में साथ देते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिलेश की बेटी आंचल दुबे अभद्र मैसेज वायरल कर रही है। उन्होंने कहा कि IPS अमिताभ यश हम लोगों से मिलें और हमे न्याय का आश्वासन दें, नहीं तो हम लोगों को लगेगा कि अखिलेश दुबे की बेटी जो कह रही है, वो सच है।
भाजपा नेता मनोज सिंह ने कहा कि अखिलेश दुबे का कानपुर के फुटपाथ और पार्कों पर भी कब्जा है, जिसमें केडीए अधिकारियों का सहयोग है।
रवि सतीजा वही व्यक्ति हैं, जिन्हें अखिलेश दुबे ने फर्जी रेप केस में फंसाकर लाखों रुपए वसूले थे। उन्होंने हिम्मत दिखाकर खुद को निर्दोष साबित किया और अखिलेश दुबे को जेल भिजवाया था।
आपको बता दे कि अखिलेश दुबे कई महीने से जेल में है और अखिलेश दुबे का करीबी सस्पेंड इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा भी अरेस्ट हो गया था । SIT ने इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया था। , 8 घंटे पूछताछ के बाद SIT ने इंस्पेक्टर को गिरफ्तारी के आदेश दे दिए थे। यह सुनते ही इंस्पेक्टर रोने लगा था। वह जोर-जोर से चिल्लाकर कहने लगा था कि इसमें मेरा क्या कसूर है। मैंने तो सिर्फ अफसरों के आदेश का पालन किया। क्या किसी पुलिस अफसर में उस IPS अफसर की गिरफ्तारी करने की क्षमता है, जिसने अखिलेश दुबे के लिए सारे नियम और कानून ताक पर रखकर काम कराया।
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