वाराणसी में दालमंडी की गलियों को चौड़ा करने का अभियान शुरू, मकान ढहाने शुरू,आज फिर चलेगा बुलडोजर
वाराणसी। काशी की संकरी गलियों को चौड़ा करने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत बुधवार को वाराणसी की दालमंडी में ध्वस्तीकरण अभियान शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम करीब 200 पुलिसकर्मियों के दल के साथ बुधवार दोपहर 2 बजे एक मकान को तोड़ने पहुंची। करीब 6 घंटे चली कार्रवाई के बाद रात 8 बजे इसे रोक दिया गया। इस दौरान मकान के लगभग 70 फीसदी हिस्से को ढहा दिया गया।
मुआवजे पर सहमति वाले मकान तोड़े गए
प्रशासन ने सबसे पहले उन भवन स्वामियों के मकान तोड़े, जिन्होंने मुआवजे पर सहमति जताते हुए दस्तावेज जमा कर दिए थे।
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मुआवजा और खाली कराना: दीपक शरण और राकेश शरण नामक दो भाइयों के मकान और दुकान को पहले दिन ध्वस्त किया गया। प्रशासन ने इन्हें 15 लाख रुपये का मुआवजा दिया, जिसे दोनों भाइयों के बीच बांटा गया।
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भावुक पल: खाली कराने के दौरान दीपक शरण की पत्नी दुकान से भगवान की मूर्ति को गोद में लेकर बाहर निकलीं। इन दोनों भाइयों के मकान में ही नीचे फोटो स्टूडियो भी था।
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ध्वस्तीकरण का तरीका: दालमंडी गली में कॉर्नर पर स्थित दीपक शरण के मकान को पहले हथौड़े और ड्रिल मशीन से तोड़ा गया। अधिकारियों ने बताया कि जब यह मकान पूरी तरह से टूट जाएगा, तभी बुलडोजर गली के अंदर जा पाएगा।
मुआवजे की प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था
एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने बताया कि दालमंडी में चिह्नित 187 मकानों के मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की गई है। सभी भवन स्वामियों को सर्किल रेट 44,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर का दोगुना पैसा मुआवजे के रूप में दिया जाएगा। PWD की तरफ से रविवार को इन सभी 187 भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया था।
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सुरक्षा: विरोध की आशंका के चलते सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। एक कंपनी आरएएफ (RAF), एक कंपनी पीएसी (PAC) और चार थानों की फोर्स के लगभग 200 जवान तैनात रहे। ड्रोन से लगातार निगरानी की गई।
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आगे की कार्रवाई: एसीपी कोतवाली अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि जिस दुकान की लीगल प्रोसेसिंग पूरी हो गई थी, उसे तोड़ा गया है। जैसे-जैसे लीगल प्रोसेस कंप्लीट होता जाएगा, ध्वस्तीकरण का कार्य रोज जारी रहेगा।
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