मटर की खेती 2025: ठंडी के मौसम में करें हरी मटर की खेती, पाएं लाखों का मुनाफा, जानिए पूरी प्रक्रिया और फायदा
सर्दी का मौसम आ चुका है और अब समय है रवि सीज़न की फसलों की बोवनी करने का। अगर आप सोच रहे हैं कि इस सीज़न कौन सी फसल बोई जाए जिससे अच्छा उत्पादन और बढ़िया मुनाफा मिल सके, तो आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बता रहे हैं जो ठंड में सबसे ज़्यादा लाभ देती है – हरी मटर की खेती।
हरी मटर का बाजार भाव भी हमेशा ऊंचा रहता है। सामान्य तौर पर इसका भाव ₹8000 से ₹12000 प्रति क्विंटल तक पहुंच जाता है। यानी अगर किसान भाई एक एकड़ में इसकी अच्छी देखभाल करें, तो लाखों का मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं।
मटर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इस पर ठंड का कोई रोग असर नहीं करता। जहां बाकी दलहनी फसलें ठंड और पाले से प्रभावित होती हैं, वहीं मटर की फसल इन सब परिस्थितियों में भी हरी-भरी बनी रहती है। यही कारण है कि ठंड के मौसम में इसे सबसे सुरक्षित और लाभदायक फसल माना जाता है।
सर्दी के मौसम में कई किसान सरसों या मसूर की बोवनी भी करते हैं, लेकिन इन फसलों पर पाले और माहू का खतरा बना रहता है। अगर मौसम बहुत ठंडा हुआ तो इन फसलों का नुकसान होना तय है। जबकि मटर की फसल इस समय में सबसे बेहतर उत्पादन देती है और इसमें किसी रोग का डर नहीं होता।
अगर किसान भाई अच्छी किस्म के बीज और सही समय पर सिंचाई करें तो मटर की फसल 70 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है। इस दौरान खेत में नमी का संतुलन बनाए रखना बेहद ज़रूरी होता है। मटर की फसल के लिए ठंडी और नम जलवायु सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
किसान भाई अगर ठंड के मौसम में सही फसल चुनना चाहते हैं तो हरी मटर की खेती सबसे बढ़िया विकल्प हो सकता है। इससे न सिर्फ अच्छा उत्पादन मिलेगा बल्कि बाजार में इसकी मांग भी हमेशा बनी रहती है। इसलिए इस सर्दी आप भी मटर की खेती अपनाइए और अपने खेत से लाखों का मुनाफा कमाइए।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य कृषि जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। फसल बोवनी से पहले अपने क्षेत्र के कृषि विशेषज्ञ या नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह जरूर लें ताकि मिट्टी और मौसम के अनुसार सही निर्णय लिया जा सके।
