शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के चिकित्सक उस समय आक्रोशित हो उठे, जब करीब दस दिन बीत जाने के बाद भी सीएचसी अधीक्षक और भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के दामाद डॉ. दीपक चौधरी के कैंप कार्यालय में हुई साढ़े पांच लाख रुपये की चोरी का खुलासा नहीं हो सका।
बुधवार को आक्रोशित चिकित्सकों ने ओपीडी कार्य बंद कर कोतवाली का रुख किया और वहां पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे तक ओपीडी बंद रहने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीज बिना इलाज कराए ही लौट गए।
डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि दीपावली के दिन वे अपने गांव कुंडा खेड़ा (थाना बुढ़ाना क्षेत्र) में देवता पूजन के लिए गए थे। लौटने पर पाया कि सीएचसी कैंप कार्यालय की अलमारी का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने करीब ₹5.5 लाख नकदी चोरी कर ली थी।
घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई या खुलासा नहीं हुआ है।
चिकित्सकों ने पुलिस पर अभद्र व्यवहार और लापरवाही का आरोप लगाया। धरने को भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) नेताओं — कुलदीप पंवार, कपिल खाटियान, मोहित शर्मा आदि ने भी समर्थन दिया और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
सूचना पर सीओ सिटी अमरदीप और कोतवाली प्रभारी सचिन शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और सात दिनों में चोरी का खुलासा कर चोरों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
आश्वासन के बाद चिकित्सकों ने धरना समाप्त कर दिया और ओपीडी कार्य पुनः शुरू किया।
